कोरबा में एकछत्र राज करने वाला के के श्रीवास्तव भगोड़ा घोषित, पता बताने वाले को पुलिस देगी ईनाम
हाईकोर्ट में के.के. श्रीवास्तव की अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल
रायपुर 6 अक्टूबर। कांग्रेस सरकार में पावरफुल रहे बिलासपुर निवासी के के श्रीवास्तव 15 करोड़ की ठगी कर फरार है। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है। उस पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। दूसरी ओर उसने बिलासपुर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दी है, जिस पर सोमवार 7 अक्टूबर 2024 को सुनवाई होगी। के के श्रीवास्तव ने कोरबा में करीब 3 साल तक एकछत्र राज किया और जिले की जल, जंगल, जमीन को जहरीला फ्लाईएश से बर्बाद कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित के के श्रीवास्तव ने पांच बैंक खातों का उपयोग किया है। उसमें 300 करोड़ का लेन-देन हुआ है। यह खाते ई डब्ल्यू एस मकानों के रहने वालों नाम पर है। पुलिस ने इसकी जांच आयकर विभाग को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि ईडी भी जल्द ही इस मामले की जांच शुरू कर सकती है। तेलीबांधा थाना पुलिस आरोपित की तलाश में लगी है। उसके कई ठिकानों में पुलिस ने दबिश दी, लेकिन वे परिवार सहित फरार है।
श्रीवास्तव पूर्व सीएम भूपेश बघेल के लिए विशेष पूजा-पाठ करते थे। वह खुद को भूपेश बघेल का गुरु भाई बताता था। इस कारण पूर्व सीएम का अक्सर उनके बिलासपुर निवास जाना होता था। इसके अलावा श्रीवास्तव सरकार से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों के संपर्क में था। कोरबा में आई ए एस और आई पी एस अफसर उसके आगे पीछे घूमते थे।
*मुख्य- बिंदु
0 कांग्रेस सरकार में खुद को मुख्यमंत्री का करीबी बताया था।
0 500 करोड़ का ठेका दिलाने के नाम पर ठगी का मामला।
0 आरोपी के.के. श्रीवास्तव ने ठेकेदार से 15 करोड़ की ठगी की थी।
0 अब हाईकोर्ट में के.के. श्रीवास्तव की अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की है।
0 जिस पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने केस डायरी तलब की है।
0 मामले की अगली सुनवाई 7 अक्टूबर को होगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछली कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री के बेहद करीबी होने का दावा करने वाले के. के. श्रीवास्तव ने एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी को अरबो रुपए का काम दिलाने का भरोसा दिलाया था। इसके एवज में उसने तकरीबन 15 करोड रुपए की ठगी की घटना को अंजाम दिया था । पूरा मामला अब छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में है जिस पर गंभीरता से सुनवाई हो रही है।
दरअसल, दिल्ली के रावत एसोशिएट के डायरेक्टर अर्जुन रावत ने रायपुर में शिकायत की है। जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी हाईवे कंस्ट्रक्शन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और सरकारी बिल्डिंग का निर्माण करती है। 2023 में आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णन उनको रायपुर लेकर आए थे।
शिकायतकर्ता ने बताया कि, इस दौरान उसकी मुलाकात बिलासपुर में रहने वाले के के श्रीवास्तव से हुई।के के श्रीवास्तव अनुरागीधाम के कर्ताधर्ता हैं। आरोप है कि उन्होंने खुद को तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल का करीबी बताकर ठेका दिलाने के नाम पर 15 करोड़ रुपए ले लिए, लेकिन, काम नहीं दिलाया।