तन, मन, वचन, काय की पवित्रता का नाम ही उत्तम शौच धर्म है- रोहित शास्त्री

कोरबा 12 सितम्बर। जिस प्रकार क्षमा और मार्दव धर्म के समान उत्तम आर्जव, आत्मा का स्वभाव है। वहीं उनकी पवित्रता का नाम ही शौचधर्म है। शौचधर्म में तन, मन, धन एवं मन ,वचन ,काय की पवित्रता से यदि कोई व्यक्ति संतोषमई जीवन व्यतीत करे‌।तो लोभ कषाय का समापन हो जाएगा और व्यक्ति सत्य मार्ग को स्वीकार कर लेगा। उक्त विचार बुधवारी बाजार स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में श्रमण संस्कृति संस्थान, किशनगढ़ ,जयपुर से पधारे श्री रोहित शास्त्री ने आज पर्यूषण पर्व के चौथे दिन कही। उन्होंने शौचधर्म के बारे में बताया कि जहां सत्य मार्ग, संयम की ओर इंगित करता है तो तप और त्याग के माध्यम से वह मोक्ष मार्ग में अपने आप को तत्पर समझने लगता है।

रोहित शास्त्री जी ने बताया कि पवित्र स्वभाव को छूकर जो पर्याय स्वयं पवित्र हो जाए, उस पर्याय का नाम ही शौचधर्म है। आत्मस्वभाव की बिना अर्थात आत्मा के अनुभव के बिना शौच धर्म का आरंभ नहीं होता है ।शौच धर्म का ही क्या सभी धर्मो का आरंभ आत्मानभूति से ही संभव है। आत्मानुभूति ,उत्तम क्षमाधि सभी धर्मो की जननी है । अर्थात पर्याय की पवित्रता प्रकट करना ही शौच धर्म प्राप्त करना है। आत्म स्वभाव के स्पर्श के बिना अर्थात आत्मा के अनुभव के बिना शौचधर्म का आरंभ ही नहीं होता है।

जैन मिलन समिति के उपाध्यक्ष दिनेश जैन ने बताया की समस्त जैन धर्मावलंबियों ने पर्यूषण पर्व के चौथे दिन उत्तम शौच को बहुत अच्छे ढंग से समझा है ।प्रातः कालीन बेला में अभिषेक हेतु श्री जी को विराजमान श्री संजय जैन आशा जैन ने किया ।तो श्रीजी पर छत्र श्री राजेंद्र जैन,आशीष ,रश्मि जैन, ने चढ़ाया ।आचार्य श्री जी पर दीप प्रज्जवलन श्री प्रमोद जैन ने किया ।तो श्री जी का स्वर्ण कलश से अभिषेक श्री मनोज जैन ,सुनीता जैन ने किया। एवं शांति धारा श्री राहुल जैन, प्रियंका जैन, प्रमोद जैन, नवोदित जैन ने की ।आज शौच धर्म के दिन श्री 1008 पुष्पदंत भगवान का मोक्ष कल्याणक एवं निर्वाण लाडू का सौभाग्य श्री अनुज जैन ,पूनम जैन को प्राप्त हुआ। एवं श्रीजी की महा आरती का अवसर श्री अरुण जैन ,तरुण जैन, विमल पाटनी परिवार को प्राप्त हुआ।

कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश जैन ट्रांसपोर्ट नगर ने किया।सायंकालीन बेला में बच्चों आदि की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता संपन्न हुई ।उक्त कार्यक्रम में समिति के समस्त संरक्षक श्री शांत कुमार जैन, राजेंद्र जैन ,वीरेन्द नारद ,सुधीर जैन एवं समिति के अध्यक्ष श्री जयकुमार जैन उपाध्यक्ष दिनेश जैन ,मुकलेश जैन सचिव नेमीचंद जैन कोषाध्यक्ष महेंद्र कुमार जैन सांस्कृतिक प्रभारी मनीष जैन, अखिलेश जैन एवं देवेंद्र जैन, मनोज जैन ,दीपेश चंद्रेश, राहुल, मंटू, राकेश विशाल, वीरेंद्र जैन, अभिषेक जैन एवं महिला मंडल की स्नेहलता जैन, रेनू नारद ,रश्मि जैन ,रेखा जैन, उषा जैन, रेनू जैन, मीना जैन, साधना जैन , विनीत जैन एवं समस्त महिलाएं उपस्थित रही। कार्यक्रम की समस्त जानकारी जैन समिति के उपाध्यक्ष श्री दिनेश जैन ने दी है।

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