जागरूकता से ही रोकी जा सकेगी घरेलू हिंसा

कोरबा 9 मार्च। राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में स्थानीय शासकीय गर्ल्स कॉलेज में विश्व महिला दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। अतिथियों ने महिलाओं की स्थिति पर बात रखी। छात्राओं ने यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

आईसीडीएस की जिला महिला संरक्षण अधिकारी रजनी मारिया ने महिलाओं पर होने वाली घरेलू हिंसा के प्रकार, कारण और कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुछ घटनाओं में महिलाओं की भागीदारी भी होती है और इसके कई पहलू होते हैं। खुद की जागरूकता से ही ऐसे मामलों को रोका जा सकता है। डॉ.पापिया चतुर्वेदी ने महिलाओं को अपने अंदर के बहुआयामी शक्ति को पहचानने की बात कही और जोर दिया कि आत्मसम्मान हासिल करना है तो आत्मविश्वास को बढ़ाना होगा। प्राचार्य डॉ. राजेंद्र सिंह ने कहा कि मातृ शक्ति सदैव पूजनीय रही है इसलिए उनका सम्मान होना चाहिए। राष्ट्र के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित हुआ है। एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. डेजी कुजूर ने इस दिवस के इतिहास और उद्देश्यों की जानकारी दी। एनएसएस की स्वयंसेवक दीपांजली पांडेय ने अपनी बात रखी। कार्यक्रम में कोविड-19 के दिशा निर्देश का पालन करने के साथ विद्यार्थियों ने उपस्थिति दर्ज कराई और कार्यक्रम को ऑनलाइन प्रसारित किया गया। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ. मनोज सिन्हा ने इस कार्यक्रम को सराहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के प्राध्यापक, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने योगदान दिया।

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