सुविधाएं बढ़ाने की मांग को लेकर रेल संघर्ष समिति कोरबा का प्रतिनिधि मंडल मिला जीएम से

कोरबा 11 दिसम्बर। रेल सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही बंद ट्रेनों को शुरू करने की मांग को लेकर रेल संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंडल सोमवार को एसईसीआर की जीएम नीनु इटियेरा को सात सूत्रीय मांगों को ज्ञापन सौंपा है।

उल्लेखनीय है कि 29 मई 2024 को जीएम का पदभार संभालने वाली इटियेरा 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगी। ऐसे में रेल संघर्ष समिति ने मांग पत्र के माध्यम से उनसे आग्रह किया है कि सेवानिवृत्त होने से पहले कोरबा के लोगों के रेल सुविधा के रूप में कोई न कोई उपहार देकर जाएं। प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के दौरान उन्होंने किसी भी नई ट्रेन को चलाने की बात पर एग्जामिन करने की बात कहते हुए टाल गईं। उन्होंने पिटलाइन की मांग पर सवाल किया कि पिटलाइन क्यों चाहिए? इस पर उन्हें बताया गया कि जब किसी लंबी दूरी की बात होती है या ट्रेनों के विस्तार की तब तब पिटलाइन को पूर्ण नहीं बताया जाता है। ऐसे में पिटलाइन बनने के बाद भी उसकी उपयोगिता शुरू नहीं होना समझ से परे है। इस पर उन्होंने विचार करने की बात कही।

रेल संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल में संयोजक रामकिशन अग्रवाल, तुषार अग्रवाल, अंकित सावलानी शामिल थे। अग्रवाल ने बताया कि उनकी एक मांग को पूरा करने के लिए जीएम ने सहमति जाहिर की है। सवाल यह है कि उनका कार्यकाल अब कुछ ही दिनों का रह गया है। उनके द्वारा बिलासपुर तक चलने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को कोरबा तक विस्तार करने की बात कही गई। इस अवधि में अगर यह मांग पूरी होती है तो जिले के यात्रियों के लिए बड़ी उपलब्ध होगी। उम्मीद है कि जीएम अपनी बातों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी। अग्रवाल ने बताया कि सात सूत्रीय मांगों में पिटलाइन का उपयोग शुरू करने, रायपुर व बिलासपुर से 11 व 9 घंटे तक कोरबा आने कोई भी ट्रेन सुविधा नहीं है इसबीच कोई ट्रेन चलाने, गेवरारोड-रायपुर-गेवरारोड के बीच 2 अगस्त 2023 से रद्द चल रही मेमू को शुरू किया जाए, डीआरएम की समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णय को अमल में लाने, बिलासपुर-भोपाल पैसेंजर को शिवनाथ रैक के स्थान पर दोपहर 2.50 बजे कोरबा तक चलाने, तिरुपति एक्सप्रेस जो 22 घंटे तक कोरबा में खड़ी रहती है उसे कोरबा तक विस्तार करने, इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस को कोरबा तक चलाकर कटनी रूट की गाड़ियों का कनेक्शन देने व नई ट्रेन के रूप में बिकानेर-कोरबा खाटू श्यामजी एक्सप्रेस व दुर्ग-कोरबा के बीच दोपहर में ट्रेन चलाने की मांग शामिल है।

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