निर्मला स्कूल में फीस को लेकर हुआ विवाद
कोरबा 21 अगस्त। सोमवार की सुबह कोसाबाड़ी के निर्मला हायर सेकेंडरी स्कूल प्रबंधन के द्वारा 100 से ज्यादा बच्चों को फीस के नाम पर बाहर खड़े कर देने की बात को लेकर जमकर विवाद हुआ। अभिभावकों के साथ मीडिया की दखल के कारण माहौल और ज्यादा गर्म हो गया। बाद में हुई मीटिंग के साथ समाधान यही निकला कि जिन छात्रों की फीस बाकी है उन्हें निश्चित समय तक भुगतान करना ही होगा।
आज सुबह 8.45 बजे के आसपास यह मामला निर्मला स्कूल में पेश आया। जानकारी के मुताबिक छठवीं से 12वीं कक्षाओं की अंग्रेजी टेस्ट शुरू हो रहे हैं। व्यवस्था के अंतर्गत प्रबंधन ने उन छात्रों को प्रेयर के बाद अलग लाइन में लगाना तय किया था, जिनका इस महीने का शुल्क प्राप्त नहीं हुआ है। पहले भी इस तरह से पूछताछ होती रही है। आज शुल्क संबंधी जानकारी को लेकर मसला आम होने के साथ कुछ बच्चों ने अपने अभिभावकों को इस बारे में तत्काल जानकारी दे दी जो उन्हें छोडऩे के लिए यहां तक पहुंचे थे। एक-दूसरे से यह बात अन्य स्तर तक पहुंच गई और काफी संख्या में बच्चों के अभिभावक यहां पहुंच गए। दरअसल उनके पास संदेश यह पहुंचा था कि जिन बच्चों का शुल्क का भुगतान नहीं हुआ है उन्हें इस टेस्ट में बैठने से वंचित कर दिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि इसी बात पर हंगामा बरपा और विद्यालय प्रबंधन पर भड़ास निकाली गई। बाद में प्रबंधन के साथ कुछ प्रतिनिधियों की बैठक हुई। इसमें अंतिम रूप से विकल्प यही दिया गया कि संबंधित छात्र निश्चित रूप से अंग्रेजी टेस्ट में शामिल होंगे लेकिन अभिभावकों को बकाया फीस का भुगतान इस महीने करना ही होगा। आखिरकार इस पर सहमति जताई गई और हंगामा शांत हो गया।
जिन शर्तों पर पूरा मसला शांत हुआ है, उस पर हैरानी भी जताई जा रही है। पूरे विवाद के अंत में यही बात तय हुई कि छठवीं से 12वीं के वे सभी बच्चे टेस्ट में भागीदारी करेंगे जिनका शुल्क अदा नहीं हुआ है। लेकिन उन्हें बकाया राशि की व्यवस्था करनी होगी। अगर इसी बात को लेकर पहले चर्चा कर ली गई होती तो हंगामे की स्थिति निर्मित नहीं होती। अभिभावकों का आरोप है कि जुलाई तक का पूरा शुल्क अदा किया जा चुका है और अगस्त पार होने में समय है। फिर भी इसी के लिए प्रबंधन जबरदस्त दबाव बना रहा है। बच्चों ने रो-रो कर हमें इसकी जानकारी दी। शिक्षकों का रवैया भी इस पूरे मामले में छात्रों को परेशान करने वाला है जिस पर कार्रवाई होना चाहिए।