ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संतोष राठौर की मां श्रीमती कलेशरी देवी का किया गया सम्मान
कोरबा 21 नवम्बर। राठौर क्षत्रीय कल्याण समिति चाम्पा द्वारा बिरगहनी चौक चाम्पा स्थित शिव धाम परिसर में 60 वर्ष पूर्ण कर चुकी माताओं का सम्मान भव्य समारोह में किया गया। इस अवसर पर मातृ सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, जिसमें कोरबा जांजगीर-चाम्पा, बिलासपुर, रायगढ़ दुर्ग-भिलाई, रायपुर एवं सक्ती से समाज सेवा से जुडी महिलाये एवं अन्य विभूति उपस्थित हुए।
इस सामाजिक वृहद सम्मेलन में कोरबा नगर पालिक निगम के पूर्व समापति एवं एमआईसी सदस्य तथा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोरबा के अध्यक्ष संतोष राठौर एवं उनकी माता श्रीमती कलेशरी देवी राठौर भी शामिल हुए। कई जिलों से आई महिला शक्तियों का समिति द्वारा सम्मान किया गया। जिसमें श्रीमती कलेशरी देवी का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत जांजगीर-चाम्पा की सभापति श्रीमती जयाकांत राठौर, कार्यक्रम के अध्यक्ष अखिल भारतीय राठौर क्षत्रीय महासभा के छत्तीसगढ़ प्रभारी उपाध्यक्ष ठाकुर केदार सिंह राठौर, अतिथिगण नगर पालिका चाम्पा के अध्यक्ष जय थवाईत, महासभा के संरक्षक डॉ. कांशी प्रसाद राठौर, महिला महासभा की राष्ट्रीय महामंत्री डॉ.दीप्ति राठौर, महिला महासभा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती वर्षा राठौर, जनपद पंचायत मस्तुरी की अध्यक्ष श्रीमती सावित्री राठौर के हाथों प्रशस्ति पत्र, कोसे का शाल एवं श्रीमद् भागवत गीता भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संतोष राठौर भी बतौर अतिथि उपस्थित हुए।
इस अवसर पर उपस्थित अतिथि डॉ कांशी प्रसाद राठौर ने कहा कि आज के दौर में नारी शक्ति का सम्मान ईश्वर पूजा से कम नहीं ओर हमें बुजुर्गों का सम्मान दिल से करना चाहिए, ताकि बुजुर्गों का जीवन चौथेपन में सरल और सम्मान के साथ बीते। उनका आशीर्वाद हमें जीवन में सफलता देगा। उन्होने कलेशरी देवी के बारे में बताते हुए कहा कि धन्य है ऐसी माता जिन्होने संतोष राठौर जैसे पुत्र को जन्म दिया, जिन्होने राजनीति सहित सामाजिक सेवा कार्यो में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है और अपनी अलग पहचान बनायी है। अतिथि ठाकुर केदार सिंह राठौर ने भी कलेशरी देवी एक संघर्षशील नारी शक्ति निरूपित किया और कहा कि उन्हीं की प्रेरणा एवं संस्कार से संतोष राठौर को यह मुकाम हासिल हुआ। इस मातृ सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में अर्जुन लाल राठौर, संतोष राठौर, उद्योग विभाग के महाप्रबंधक शिव राठौर, हनुमान सिंह राठौर, अमरनाथ कृष्णचंद्र राठौर, रोहित राठौर, सहित महासभा एवं महिला सभा तथा राठौर समाज की विभूतियां भारी संख्या में उपस्थित थीं।