चोटिया माइंस से कोयला लेकर आया ट्रेलर, चोरों ने किया पार

कोरबा 19 नवंबर। अपराध नियंत्रण को लेकर कोरबा जिले में जमकर काम हो रहा है और इसी तर्ज पर प्रचार भी जारी है। इसके उल्टे शातिर अपराधी अपना काम करने में सफल हो रहे हैं। पोड़ी उपरोड़ा क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े ट्रेलर को चोरों ने पार कर सनसनी फैला दी जबकि कोरबा के आरपी नगर फेस.2 में घर के सामने खड़ी कार की पिछली रात चोरी हो गई। वाहन मालिक इन घटनाओं से हक्के-बक्के हैं। पुलिस को रिपोर्ट करने पर मामला कायम किया गया है।

जानकारी के अनुसार नमन विहार पावर हाउस रोड निवासी आलोक कुमार जायसवाल ट्रासपोटिंग का काम करता है। ट्रेलर क्रमांक सीजी 12 एस 6242 जिसका बलराम कश्यप पंजीकृत स्वामी है, की देखरेख आलोक द्वारा किया जाता है। 16 नवम्बर को ड्रायवर संतोष मरावी निवासी पोड़ी उपरोड़ा चोटिया खदान से 30 टन 360 किलो कोयला लोड कर बालको प्लांट आ रहा था। शाम होने पर पोड़ी उपरोड़ा में मेन रोड कदम चौक के किनारे ट्रेलर खड़ी कर बगल में अपने घर सोने चला गया। दूसरे दिन सुबह 4 बजे वहां पहुंचा तो ट्रेलर गायब मिला। इससे वाहन चालक के होश उड़ गए। उसने जायसवाल को इस बारे में अवगत कराया। जिसके बाद आगे की खोजबीन की गई। बाद में तय हुआ कि मामला पुलिस की जानकारी में लाया जाए। आखिरकार बालको पुलिस थाना पहुंचकर पीडि़त पक्ष ने घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है उसमें ट्रेलर और उसमें लोड कोयला की कीमत का आंकलन 15 लाख किया है। फौरी तौर पर मामला रजिस्टर करने के साथ आगे जांच-पड़ताल की जा रही है।

चोरी की एक अन्य घटना कोरबा के रामपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गत गत रात्रि को हुई। बीएस खरे पिता एसएस खरे निवासी एचआईजी-01 आर पी नगर निहारिका की 5 लाख 85 हजार रुपये कीमती कार क्रमांक सीजी 12 एयू 7916 की 17 नवम्बर को रात्रि लगभग 10.45 से 11 बजे के मध्य घर के सामने खुला आंगन से चोरी हो गई। कुछ घंटे बाद परिजनों को इसकी जानकारी हुई। उन्होंने यहां-वहां तलाश करने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी। चौकी क्षेत्र में हुई घटना ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं। फिर शुरू हो गई कोयला चोरी, हमले भी कुछ समय से बंद कोयला चोरी का काम एक बार फिर गेवरा, दीपका कोयलांचल में शुरू हो गया है। कई लोग इसमें सक्रिय बताए जा रहे हैं। आए दिन मौके पर सुरक्षा कर्मियों पर हमले का कनेक्शन भी इसी से जुड़ा बताया जा रहा है। बड़े स्तर पर की जाने वाली इस चोरी से कोयला तस्कर मोटी कमाई कर रहे हैँ। भारी-भरकम सुरक्षा प्रबंध के बावजूद चोरों के हौसले बुलंद क्यों हैं यह समझ से परे है। जानकारी यह भी मिली है कि छोटे स्तर के चोर अपने बेमतलब के शौक को पूरा करने के लिए कोयला चोरी से जुड़े हैं।

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