एसईसीएल कुसमुंडा में सामंता की साइड पर फिर हुआ हादसा, पेंटिंग के दौरान 20 फॅीट ऊंचाई से गिरकर ठेका कामगार की मौत
कोरबा 16 नवम्बर। साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड कुसमुंडा क्षेत्र में हादसों का सिलसिला बना हुआ है। इसी इलाके के निवासी एक ठेका कामगार की निर्माणाधीन बंकर से गिरकर मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि वह काफी ऊंचाई पर सेफ्टी बेल्ट पहनने के साथ काम कर रहा है। उसकी मौत पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने शुरुआती तौर पर मर्ग कायम किया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे जांच-पड़ताल करने के साथ कार्रवाई करने की बात कही है।
मृतक महावीर सिंह कंवर 35 वर्ष पिता नेम सिंह निवासी चुनचुनी बस्ती कुसमुंडा कुछ दिनों से सामंता कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में नियोजित था। एसईसीएल कंपनी कुसमुंडा परियोजना के विस्तार क्षेत्र के अंतर्गत बंकर का निर्माण सामंता से करवा रही है। इस काम पर करोड़ों की राशि खर्च की जानी है। खदान से कन्वेयर बेल्ट के जरिए यहां तक कोयला लाया जाएगा और फिर आगे लोडिंग की प्रक्रिया यहां से पूरी होगी। वर्तमान में यह काम गतिशील है और इसके साथ-साथ लोहे के एंगल्स व अन्य हिस्सों की पेंटिंग का काम करवाया जा रहा है। खबर के मुताबिक महावीर सिंह को पेंटिंग के काम में लगाया गया था। घटना दिवस मंगलवार को लगभग शाम 4बजे यह घटना हुई जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कंपनी के बताए अनुसार सभी कामगारों को सेफ्टी पैरामीटर्स के साथ काम करने को कहा गया है। महावीर भी सेफ्टी बेल्ट लगाकर लगभग 20 फीट ऊंचाई पर चढ़ा हुआ था और पेंटिंग कर रहा था। इसी दरम्यान एक मौका ऐसा आया जब वह अचानक असंतुलित हुआ और नीचे आ गिरा। अंदरूनी चोट के साथ उसे बाहरी हिस्से में भी जख्म आए। मौके पर कोहराम मचने के साथ आनन.फानन में वाहन के जरिए उसे अस्पताल भिजवाया गया। कुछ घंटे के बाद उसकी मौत हो गई। इससे पहले भी सामंता कंपनी की साइड पर इस प्रकार की घटनाएं हुई है और इसे लेकर बवाल हुआ है। मौजूदा मामले में सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि जब कामगार को सेफ्टी बेल्ट के साथ उपर चढ़ाया गया था तो फिर वह हादसे का शिकार कैसे हुआ। मामले में अलग.अलग प्रकार के दावे किये जा रहे हैं। कुसमुंडा पुलिस ने सूचना प्राप्त होने और अस्पताल के मेमो के आधार पर 174 सीआरपीसी के अंतर्गत मर्ग कायम किया है। मामले को फिलहाल संदिग्ध मौत की श्रेणी में रखा गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की अभिमत के आधार पर आगे जांच की जाएगी और जवाबदेही तय होगी।
क्या डीजीएमएस तक जाएगा मामला- सवाल यह भी है कि क्या कुसमुंडा माइंस क्षेत्र में हुए इस हादसे की जानकारी प्रबंधन खुद होकर डीजीएमएस को देगा। इस बारे में प्रबंधन के कार्मिक विभाग को संपर्क किया गया लेकिन कॉल रिसिव नहीं होने से संबंधित जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी। सामान्य तौर पर खदान क्षेत्र में होने वाले मामलों को लेकर अनिवार्य रूप से खान सुरक्षा महानिदेशालय तक जानकारी देनी होती है और इसके बाद वहां घटित मामलों के कारण और गहराई तक जाने का प्रयास होता है। देखा गया है कि अधिकांश मामलों में या तो रूचि नहीं ली जाती या फिर उन्हें दबाने का हरसंभव जतन किया जाता है।