आपदा आने पर कैसे करें प्रबंधन, किया डेमो
कोरबा 04 नवंबर। आपदा प्रबंधन को लेकर की जाने वाली तैयारियों पर लगातार काम किया जा रहा है। कोरबा जिले में आपदा प्रबंधन विभाग और पुलिस ने मिलकर इस बारे में एक बार फिर से रिहर्सल किया। इसे देखने के लिए आसपास के लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
मानिकपुर पोखरी में छत्तीसगढ़ नगर सेना, आपदा प्रबंधन विभाग और पुलिस के द्वारा इस दिशा में काम किया गया। मुख्य रूप से इस बात को ध्यान में रखा गया कि किसी भी स्थान पर आने वाली अपना के दौरान प्राथमिक रूप से काम क्या करना है और हर हाल में नुकसान को कैसे रोकना है। विशेष रुप से जनहानि को बचाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के बारे में कर्मचारियों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। दक्षता का आकलन करने के साथ संबंधित लोगों को निपुण बनाने का उद्देश्य भी इसमें शामिल था।
आपदा प्रबंधन विभाग के स्थानीय प्रमुख के साथ-साथ मानिकपुर पुलिस चौकी के प्रभारी ललन पटेल और कर्मचारियों ने यहां साजो सामान के साथ मौजूदगी सुनिश्चित की। मानिकपुर पोखरी की विपुल जल राशि में संसाधन के साथ उतर कर मैदानी अमले ने आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य से जुड़े विभिन्न पक्षों को लेकर गतिशीलता दिखाई। बताया गया कि इसके माध्यम से यह जाना गया कि किसी भी स्थान पर अनहोनी होने पर हम कितनी जल्दी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर सकते हैं और संभावित नुकसान को रोक सकते हैं। जिस जगह को डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए चुना गया है उसे इको टूरिज्म के रूप में डिवलप करने की योजना जिला प्रशासन ने बनाई है। यहां पर जल क्रीड़ा से लेकर रिवर राफ्टिंग और अन्य गतिविधियों पर आगामी दिनों में काम किया जाना है।