533 वें प्रकाश पर्व के लिए गुरूद्वारों में हुई सजावट
कोरबा 04 नवंबर। सिक्ख पंथ के प्रथम गुरू नानकदेव गुरूजी का 533 वां प्रकाश पर्व कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाएगा। इसे लेकर कोरबा नगर सहित उपनगरीय क्षेत्रों के गुरूद्वारों में विशेष साजसज्जा की गई है। अनुयायियों में काफी उत्साह बना हुआ है।
कार्तिक पूर्णिमा को प्रकाश पर्व मनाने की परंपरा प्राचीन समय से बनी हुई है, जिसका निर्वहन सिक्ख पंथ लगातार करते आ रहा है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को यह उत्सव अत्यंत उत्साह और आस्था के साथ मनाया जाना है। इससे पहले विभिन्न क्षेत्रों में समाज के लोग भजन कीर्तन के साथ प्रभात फेरी निकालने में जुटे हुए हैं। इनमें मुख्य रूप से गुरू की वाणी और समाज जीवन के लिए आवश्यक मूलमंत्र को रेखांकित किया जा रहा है। विविध क्षेत्रों के लिए टोलियां बनायी गई है, जो ब्रम्ह मुहूर्त में नगर कीर्तन करते हुए समाज का जागरण करने में लगी हुई है। गुरू सिंह सभा की ओर से बताया गया कि प्रकाश पर्व से सभी स्थानों पर आकर्षक शोभा यात्रा निकाली जाएगी। विभिन्न स्थानों पर इसका स्वागत सत्कार होगा। अगले दिवस से 24 घंटे के लिए अखंड पाठ की शुरूआत होगी। मुख्य दिवस को शबद कीर्तन और गुरूवाणी का पाठ होगा। संगत सजने के साथ यहां लोग गुरूग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेकेंगे। इस मौके पर गुरू का लंगर आम लोगों के लिए लगेगा।