रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के साथ आदिवासी विकास विभाग कोरबा की सहायक आयुक्त माया वारियर भी चर्चा में
कोरबा 13 अक्टूबर/ छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई के बीच रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू 2 दिनों तक सार्वजनिक रूप से कहीं भी दिखाई नहीं पड़ रही थी। उसी दौरान रानू साहू के बेहद करीब किसी माया नामक महिला अधिकारी के होने की चर्चा रायपुर सहित प्रदेश भर के समाचार माध्यमों में हो रही थी। इस बीच कोरबा में आदिवासी विकास विभाग मैं सहायक आयुक्त के पद पर पदस्थ माया वारियर नामक महिला अधिकारी सहज ही लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही हैं। कोरबा की मीडिया और आम लोगों के बीच चर्चा के अनुसार पूर्व कलेक्टर रानू साहू के कोरबा में पदस्थ रहने के दौरान माया वारियर उनकी सबसे विश्वस्त सहयोगी मानी जा रही थी और कहा जाता था कि कलेक्टर रानू साहू उनसे परामर्श लेने के बाद ही किसी भी विषय पर अंतिम निर्णय लिया करती थी।
सहायक आयुक्त माया वारियर का जब रानू साहू के पीछे पीछे कोरबा स्थानांतरण हुआ था तब प्रशासनिक हलके सहित विभिन्न वर्ग के लोगों के बीच इस बात की चर्चा आम थी वह कलेक्टर रानू साहू के साथ पूर्व में भी कार्य कर चुकी हैं और उनकी बेहद करीबी हैं। यह कहने वाले लोगों की भी कमी नहीं थी की उनका तबादला कलेक्टर रानू साहू ने ही कोरबा कराया है। बहरहाल सच्चाई चाहे जो हो लेकिन कोरवा में गुरुवार को सहायक आयुक्त माया वारियर के रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू से संबंधों की जमकर चर्चा सुनने में आती रही। कोरबा कलेक्टर के कार्यालय में ईडी की दबिश के दौरान अनेकों लोग यही जानने का प्रयास करते रहे कि ईडी की टीम आदिवासी विकास विभाग में भी कार्यवाही कर रही है अथवा नहीं और सहायक आयुक्त माया वारियर से पूछताछ कर रही है या नहीं?
दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चल रही कार्रवाई के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू लौट आई है। उन्होंने बाक़ायदा ईडी को पत्र लिखकर ये जानकारी दी है कि स्वास्थ्यगत कारणों की वजह से वह दो दिनों की छुट्टी पर थी। रानू साहू ने अपनी चिट्ठी में ईडी को यह भी भरोसा दिलाया है कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगी। बता दें कि मंगलवार को ईडी ने रायगढ़ में भी कई ठिकानों पर दबिश दी थी। ईडी ने कलेक्टर बंगला में भी छापे की कार्रवाई की थी, लेकिन रानू साहू के नहीं होने पर बंगला सील कर दिया था।
ईडी को लिखे पत्र में रानू साहू ने बताया है कि स्वास्थ्यग़त कारणों की वजह से उन्होंने 10 और 11 अक्टूबर को दो दिनों की छुट्टी ली थी। इस दौरान हैदराबाद के यशोदा अस्पताल में उनका एक माइनर आपरेशन भी किया गया। रानू साहू ने इस आपरेशन से जुड़े दस्तावेज ईडी को दिए जाने का ज़िक्र भी पत्र में किया है। उन्होंने रायगढ़ में अपनी मौजूदगी बताते हुए कहा है कि प्रशासन के काम में पूरी पारदर्शिता बरती गई है।