24 घंटे में बरसी 70.1 मिमी औसत बारिश, नदी-नाले उफान पर
कोरबा 14 अगस्त। गुरुवार से शुरु हुई मूसलाधार बारिश तीसरे दिन शनिवार को भी जारी रही। जिले में बीते 24 घंटे में रेकार्डतोड़ औसत 70.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश पाली तहसील में हुई जहां सीजन में पहली बार एक दिन में 138.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। नदी-नालों का जलस्तर बढऩे लगा है।
सावन में बारिश के लिए तरस रहे खेतों को बीते दो दिनों की बारिश से काफी हद तक राहत मिली है। किसानों को जिस झड़ी का इंतजार था उसे सावन महीने के आखिरी दिनों ने पूरा कर दिया। खासकर पाली तहसील क्षेत्र में सूखे जैसी स्थिति दिखने लगी थी। जिन क्षेत्रों में रोपाई नहीं हो सकी थी वहां अब रोपाई में तेजी आएगी। तो वहीं जिन इलाकों मे खेतों में दरार आने लगी थी वहां भी फसल खराब नहीं होंगे। पाली की तरह सभी तहसील क्षेत्रों में जबरदस्त बारिश हुई है। कोरबा, हरदीबाजार तहसील क्षेत्र में 70 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
पाली में अधिक बारिश की वजह से निर्माणाधीन एनएच में भी पानी जमा हो गया था। सड़क की ऊंचाई अधिक होने से पानी आसपास के घरों, दुकान व अस्पताल में घुस गया था। सड़क के किनारे बनी नाली जगह-जगह से टूट गई थी। इस वजह से पानी लोगों के लिए आफत बना रहा। पाली के एक निजी अस्पताल परिसर के भीतर काफी देर तक बारिश का पानी का भराव रहा। घरों व दुकानों में रखा फर्नीचर भी खराब हो गया। बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
झमाझम बारिश से कोरबा शहर में भी पानी निकासी की व्यवस्था की पोल खुल गई। शहर के पंडित रविशंकर शुक्ल नगर से पोड़ीबहार मार्ग पर, लालू राम कॉलोनीए, टीपीनगर चौक, अमरैय्यापारा बस्ती में भी पानी जमा हो गया था। देररात जब बारिश थमी तो किसी तरह पानी का निकासी हो हुआ। बांगो बांध में अभी पानी का भराव महज 55 फीसदी के करीब ही पहुंचा है। कैचमेंट एरिया में बीते 24 घंटे में 444.80 मिमी बारिश ही दर्ज की गई है। वर्तमान में जलस्तर 351.25 मीटर तक पहुंचा है। जबकि बीते दो वर्षों में इस अवधि में जलस्तर 357 मीटर तक जा पहुंचा था। लगातार बारिश से पाली क्षेत्र के कई नाले उफान पर आ गए हैं। पाली से पोड़ी सिल्ली मार्ग पर नाले में निर्माणाधीन पुल के पास भी पानी ओवरफ्लो होकर बहने लगा था। काफी देर तक मार्ग बाधित रहा। इसी तरह पाली से चैतुरगढ़ जाने वाले मार्ग पर नाले का जलस्तर बढ़ गया था। नाले का पानी दो फीट तक पुल के ऊपर बह रहा था। इस वजह से आवागमन घंटो बाधित रहा।