स्वतंत्रता दिवस : अमृत सरोवर के 73 तालाबों में करना है ध्वजारोहण, एक ही तैयार
कोरबा 14 अगस्त। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर इस स्वतंत्रता दिवस में अमृत सरोवर तालाबों में ध्वजारोहण किया जाना है। जिले के पांच ब्लाक में 73 सरोवरों की खुदाई का कार्य चल रहा। इसमें अब तक केवल एक सरोवर का काम ग्राम पंचायत मिसिया में पूर्ण हुआ है। जहां ध्वजारोहण के लिए चबूतरा भी बना लिया गया है। प्रशासन का कहना है कि वर्षा की वजह से काम प्रभावित हुआ। करीब 10 तालाबों का निर्माण कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। 15 अगस्त तक यहां भी ध्वजारोहण की तैयारी कर ली जाएगी।
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर घर-घर तिरंगा फहराने का अभियान चल रहा है। इसका उद्देश्य स्वतंत्रता प्राप्ति में बलिदान होने वाले वीरों के श्रद्धांजलि में सबकी सहभागिता सुनिश्चत करना है। इसी कड़ी में प्रशासन ने आजादी के 75 वीं वर्ष गांठ पर 75 अमृत सरोवर निर्माण का निर्णय जून महीने में लिया था। इनमे 73 नए सरोवर तैयार करने के अलावा दो में गहरीकरण का कार्य सुनिश्चित की गई थी। रोजगार गारंटी योजना के तहत खोदे जाने वाले इन तालाबों को 15 अगस्त के पहले निर्माण पूरा कर यहां ध्वजारोहण किया जाना था। वर्षा शुरू होने बाद निर्माण कार्य बंद करा दिया गया। शासन की ओर से तैयार किए जा रहे सरोवरों की भौतिक सत्यापन के साथ प्रगति रिपोर्ट मांगी गई। आनन-फानन प्रशासन ने निर्माण कार्य फिर से शुरू कराया। वर्षा में बाधा की जानकारी देते हुए 15 अगस्त तक 10 सरोवरों को पूरा कराने का दावा किया जा रहा है। अभी तक केवल पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत मिसिया में ही सरोवर का काम पूरा किया जा सका है। यहां स्वतंत्रता दिवस के दिन ध्वजारोहण स्थानीय सरपंच के द्वारा किया जाएगा। तालाब किनारे ध्वजारोहण के लिए चबूतरा तैयार कर पाइप लगा दी गई है।
सरोवर निर्माण का उद्देश्य वर्षा जल को संरक्षित कर सिंचाई सुविधा के साथ भूमिगत जल स्त्रोत को बढ़ावा देना है। सभी सरोवरों का चिन्हांकन बसाहट स्थल से एक किलोमीटर के दायरे में किया गया है। जिसका स्थानीय बस्तीवासी निस्तारी के लिए उपयोग कर सकें। जिन 10 सरोवरों को स्वतंत्रता दिवस तक पूरा करने का निर्णय लिया गया है उनमें ग्राम पंचायत मिसिया के अलावा दुल्लापुर, कापूबहरा, श्यांग, अमलडीहा, रंजना, तुमान, देवलापाठ, अंडीकछार और उड़ता शामिल है।
सरोवर निर्माण का काम जनपद अधिकारियों की देखरेख में होना है। प्रशासन ने पखाड़े भर पहले सरोवर निर्माण की प्रगति मांगी थी। अधिकांश में केवल 20 से 30 प्रतिशत काम होना पाया गया। इस पर कलेक्टर ने अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। आनन-फानन में निर्माण तो शुरू कर दी गई लेकिन वर्षा शुरू होने से मजदूर अब पिछड़ी खेती को पूरा में लग हैं। ऐसे में सरोवर निर्माण का काम अब पहले चरण की खेती के बाद ही संभव है।