ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंची मेडिकल टीम, पीडि़तों का किया स्वास्थ्य परीक्षण
कोरबा 8 जुलाई। विकासखंड कोरबा में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को बीमारियों से बचाने और दूर रखने के लिए कोशिश जारी है। वर्षाकाल में होने वाली समस्याओं को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। कई स्थानों पर पहुंची मेडिकल टीम ने शिविर लगाने के साथ पीडि़तों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। हर स्तर पर जांच की गई। संबंधितों को दवाएं उपलब्ध कराने के साथ जरूरी सलाह भी दी गई।
विशेष पिछड़ी जनजातियों से संबंधित शिविर लगाने का काम विकासखंड में जारी है। बीएमओ डॉ. दीपक राज के मार्गदर्शन में खोखराआमा, छातासराई में स्वास्थ्य सुधार के लिए शिविर लगाया गया। इस टीम में बीएमओ डॉ. राज के साथ डॉ. प्रीतेश मसीह, अशरफ अंसारी डीपीएम, डॉ. दिनेश धनगर आयुष, दुर्गा तिवारी फार्मासिस्ट, एस.पी.चौधरी लैब टेक्नोलाजिस्ट, इंद्रजीत सिंह, पवन साहू शामिल थे। यहां पर जनसंख्या की जानकारी लेने के साथ आयुष्मान, जननी सुरक्षा, टीकाकरण, टीबी, कुष्ठ, महामारी, कुपोषण और गैरसंचारी रोग व वर्षा से होने वाली बीमारियों की रोकथाम की जानकारी दी गई। यहां पर हाई शुगर और जुबेनाइल डायबिटिज के मरीज मिलने पर संबंधित को जिला चिकित्सालय उपचार हेतु लाने निर्देशित किया गया। खोखराआमा के काशीपानी और कुकरीचोली में संभावित प्रसव के चार हितग्राहियों के लिए वाहन व्यवस्था कराई गई ताकि जोखिम से बचा जा सके। टीम.बी में डॉ. बी के चंद्रा, डॉ बी के नोरगे, आरएम, लेखराम गौतम, एमएलटी योगेश साहू, परेश्वर पटेल फार्मासिस्ट, सीएचओ सीताराम पटेल, स्वास्थ्य कार्यकर्ता सुमन यादव, सुमन सिदार ने लेमरू के जामभाठा, बरपाली में स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित योजनाओं की जानकारी लोगों को दी। यहां पर हो रहे काम के बारे में पता किया गया। इसके अलावा आकस्मिक मृत्यु, सर्पदंश की घटना, लोगों की जीवनशैली व स्वच्छता रखरखाव का भी पता किया। यहां पर रक्त अल्पता के तीनए दस्त के दोए शुगर के दो मरीज मिले। कुछ लोगों को सर्दी.खांसी से ग्रसित पाया गया। मितानीन समारी बाई की दवा पेटी का अवलोकन करने के साथ भंडारण व उपचार की जानकारी दी गई।
जल शुद्धिकरण की बताई उपयोगिता स्वास्थ्य टीम के द्वारा वर्षाकाल में अशुद्ध पानी का उपयोग करने से होने वाले नुकसान को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को ब्लिचिंग या क्लोरीन टेबलेट से पानी को शुद्धिकृत करने का तरीका बताया गया। ऐसे पानी को उपयोग में लेने की जरूरत बताई गई। कहा गया कि वर्षाकाल में इस तरह की सावधानी बरतने से लोग अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं। देवपहरी इलाके में भी हुई स्वास्थ्य जांच टीम.सी में डॉ.बी डी नायक, डॉ. रितेश सेंगर, एमएलटी मुकेश चौहान, चिंता सिंह कंवर के द्वारा घुरुमाटी, सारबहार, छातीबहार में स्वास्थ्य चौपाल लगाने के साथ विभिन्न विषयों पर लोगों से स्वास्थ्य चर्चा की गई। सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी, हाथों को बार-बार धोने और पानी का जमाव नहीं होने देने के लिए लोगों को निर्देशित किया गया। यहां पर शुगर के दो और मलेरिया पीएफआर के तीन मरीज मिले। देवपहरी में सीएचओ सुमन यादव और स्वास्थ्य कार्यकर्ता सुमन सिदार द्वारा बच्चों का समय पर टीकाकरण व अन्य कार्य किया जा रहा है। पहाड़ी कोरवा और बिरहोर ग्रामों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुलभ उपलब्धता के लिए सेक्टर और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।