हाथियों के दल ने छिरहापारा में तोड़े दो मकान, फसलों को किया नुकसान
कोरबा 21 फरवरी। हाथियों का दल रविवार की रात जिले के कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज अंतर्गत ग्राम पंचायत कुम्हारीसानी के छिरहापारा में दो ग्रामीणों के मकान को ढहाकर पड़ोसी जीपीएम जिले के मरवाही परिक्षेत्र पहुंच गया। मरवाही जाने से पहले हाथियों ने छिरहापारा में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने दो मकानों को निशाना बनाते हुए बूरी तरह तहस नहस कर दिया। वहीं वहां रखे धान चावल को चट करने के साथ ही घरेलु सामानों को भी नष्ट कर दिया। हाथियों का दल ग्रामीणों के बाड़ी में प्रवेश कर वहां लगे सब्जी के पौधों को भी नुकसान पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार दो दर्जन हाथियों का दल क्षेत्र में विचरण कर रहा है। यह दल रविवार की रात 11 बजे के लगभग महुआ की सुगंध पाकर अचानक छिरहापारा बस्ती में पहुंच गया और यहां बाहरी हिस्से में स्थित रामसिंह व पार्वती बाई नामक ग्रामीणों के घरों को निशाना बनाते हुए उसे तोड़ दिया, जिस समय हाथियों ने इन घरों को निशाना बनाया, रामसिंह व पार्वती बाई का परिवार वहां मौजूद नहीं था। हाथियों के क्षेत्र में आने की सूचना मिलते ही बीटगार्ड ईश्वरदास मानिकपुरी अपने साथियों के साथ गांव पहुंच गए और सूनसान क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया। रामसिंह व पार्वती बाई के परिवार ने गांव में बने प्रधानमंत्री आवास के पक्के मकान के छत के ऊपर शरण ले ली थी। वन विभाग की सक्रियता से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। लेकिन हाथियों ने मकानों को तोड़ दिया। छिरहा पारा में उत्पात मचाने के बाद हाथियों के बाद आगे बढ़ा और जीपीएम जिले के मरवाही परिक्षेत्र पहुंच गया। हाथियों ने वहां भी भारी नुकसान पहुंचाया और कई ग्रामीणों के घरों को तोड़ने के साथ ही केले के फसल को भी बर्बाद कर दिया है। इधर विश्रामपुर क्षेत्र से पहुंचे दंतैल ने एतमा नगर जंगल के रास्ते बालको के माखुरपानी क्षेत्र में प्रवेश किया और कुछ देर तक यहां के जंगल में विचरण करने के बाद कोरकोमा का रूख कर लिया है। दंतैल के इस रास्ते से कोरकोमा पहुंचने की सूचना पर वनविभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर दंतैल की निगरानी में जुट गए है। वहीं आसपास के गांवों में भी मुनादी करायी जा रही है और लोगों को सतर्क कर दिया गया है।