दीपका खदान में नकाबपोश डीजल चोरों ने दो कर्मचारियों पर किया जानलेवा हमला
सीआईएसएफ की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
कोरबा 21 फरवरी। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के दीपका क्षेत्र की कोयला खदान में पिछली रात नकाबपोश लुटेरों ने जानलेवा हमला करते हुए 2 कर्मचारियों को जख्मी कर दिया। जानकारी मिलने पर कुछ कर्मचारियों ने साहस दिखाया तब कहीं जाकर हजारों का डीजल चोरी करने वाले आरोपी यहां से भाग खड़े हुए। पीड़ित एसईसीएल कर्मचारियों को गेवरा स्थित नेहरू सेंचुरी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अब तक इस मामले की रिपोर्ट पुलिस थाना दीपिका में दर्ज नहीं कराई गई है। वहीं घटनाक्रम को लेकर सीआईएसएफ की कार्यप्रणाली और उसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक रिले ए शिफ्ट में पिछली रात 10.00 बजे के आसपास एसईसीएल की दीपिका माइंस के 20 नंबर कॉल स्टॉक के पास इस घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना में लिप्त लोग शातिर डीजल चोर बताए जा रहे हैं जिन्होंने अपनी पहचान छिपाने के उद्देश्य से चेहरे पर नकाब लगाकर यहां पर उपस्थिति दर्ज कराई थी यह लोग कैंपर वाहन के साथ यहां पहुंचे थे। बताया गया कि घटनास्थल पर ब्रेकडाउन डंपर संख्या 18 से घटनास्थल पर बैकग्राउंड डंपर संख्या-1866 खड़ा हुआ था। मौके पर ओम प्रकाश डंपर आपरेटर ड्यूटी कर रहा था। उसकी उपस्थिति के कारण डीजे चोरों को परेशानी हो रही थी इसलिए उन्होंने उस पर हमला किया। बदमाशों के पास लाठी-डंडे और चाकू मौजूद थे जो हर बार चोरी करने की घटनाओं में इसका उपयोग किया करते हैं। ऑपरेटर के द्वारा बचाव के लिए दी गई आवाज सुनकर इस रास्ते से गुजर रहे वाटर टैंकर ऑपरेटर फैयाज अंसारी ने रुख किया तो खतरा भांप कर कैंपर के साथ चोर उचक्के यहां से भाग गए लेकिन कुछ देर बाद फिर आ गए। इस बार उन्होंने अंसारी पर भी हमला किया। जमकर हुई मारपीट में एसईसीएल के कर्मचारी ओमप्रकाश और अंसारी बुरी तरह जख्मी हो गए। इस दौरान अन्य कर्मचारियों ने साहस बटोर कर मौके पर हस्तक्षेप करने का प्रयास किया तब कहीं जाकर डीजल चोरों ने खुद को यहां से अलग किया। खबर के अनुसार चोरों के द्वारा ब्रेकडाउन डंपर से बड़ी मात्रा में डीजल पार कर लिया गया। एक कर्मचारी के द्वारा सूचना दिए जाने पर शिफ्ट इंचार्ज एन के साहू और कर्मचारी ओंकार सिंह यहां पर पहुंचे। उनकी खबर पर सीआईएसएफ के अमले ने काफी विलंब से मौके पर उपस्थिति दर्ज कराई लेकिन तब तक बहुत कुछ हो चुका था। इस रवैया को लेकर एसईसीएल कर्मचारियों ने नाराजगी का प्रदर्शन किया।
पिछली रात्रि हुई घटना में बुरी तरह से जख्मी हुए एसईसीएल के कर्मचारी ओमप्रकाश और फैयाज अंसारी को आनन-फानन में विभागीय अस्पताल ले जाया गया जहां पर चिकित्सकों ने उनका उपचार किया। मारपीट की घटना में इन दोनों को काफी चोटें आईं हैं।। प्राथमिक चिकित्सा के साथ कई जांच कराई गई है। घटनाक्रम से कर्मचारी भयभीत हैं लेकिन उन्होंने बदमाशों को नेस्तनाबूद करने का इरादा भी व्यक्त किया है। आखिर किस तरह की सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल इस बात का है कि कोल इंडिया की सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने अपनी खदानों और कर्मचारियों की रक्षा के लिए अर्धसैनिक बल सीआईएसएफ को गेवरा दीपका क्षेत्र में तैनात किया हुआ है। हर महीने इनके वेतन और अन्य सुविधाओं पर मोटी रकम खर्च की जा रही है। इसके बाद भी अगर यह तंत्र अपराधिक तत्वों के भीतर खौफ कायम नहीं कर पा रहा है तो फिर इसकी तैनाती का औचित्य क्या है? कोल फ़ील्ड्स में लगातार हो रही घटनाओं के कारण जहां कोयला कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है वही अराजक तत्वों का मनोबल बुलंदी पर है । पता चला है कि हरदी बाजार के रास्ते चोरों ने अपने लिए सबसे अच्छा रास्ता बना लिया है, जहां पर कई प्रकार की जोखिम होने के बावजूद भी खदान तक पहुंच जाते हैं और इन घटनाओं को अंजाम देते हैं। जरूरत थी इस बात की है कि ऐसे रास्तों की पहचान करने के साथ इन्हें पूरी तरह से बंद करा दिया जाए या फिर ऐसी व्यवस्था की जाए ताकि चोर उचक्के एक रास्ते के बाद आगे ना बढ़ सकें।