बिखरने से बचा परिवार जब एसपी ने जमीन पर बैठ लगाई ग्रामीणों संग चौपाल
कोरबा 21 फरवरी। अब तक आपने पुलिस के डंडे की भाषा के बारे में ही सुना होगा । लेकिन कोरबा पुलिस प्यार की भाषा बोलकर, समझाईश देकर लोगों की समस्याएं सुलझाने का काम कर रही है ।
दरअसल कोरबा एसपी भोजराम पटेल ने सभी थानेदारों को सप्ताह में एक दिन गांव जाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुलझाने का निर्देश दिया है । इसके साथ ही कहा गया है कि ग्रामीणों के बीच विवाद को समझाईश और आपसी समन्वय से सुलझाए जाएं और हो सके तो छत्तीसगढ़ी में ही बात करें। रविवार को चौपाल कार्यक्रम के पहले दिन एसपी भोजराम खुद ग्रामीणों के बीच करुमौहा गांव पहुँचे। गांव पहुँचकर एसपी ने ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर छत्तीसगढ़ी में बात की । उल्लेखनीय है कि भोजराम खुद छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के एक छोटे से गांव से आते हैं। चौपाल में एक महिला ने एसपी को बताया कि उसके पति ने नशे में मारपीट कर घर से निकाल दिया है । एसपी ने तत्काल पति को बुलवाया । उन्होंने उसे घरेलू हिंसा अधिनियम बता कर सचेत किया । एसपी की समझाइश पर युवक अपनी पत्नी को साथ रखने तैयार हो गया साथ ही कसम भी खाई कि अब वह नशा नहीं करेगा।
इसके अलावा एक ग्रामीण ने बताया कि गांव का एक युवक उससे उधार लिए दस हजार रुपये वापस नहीं कर रहा है । पुलिस के हस्तक्षेप पर ग्रामीण को उसके पैसे वापस मिल गए। एसपी ने ग्रामीणों को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। आप सभी अपने बच्चों का समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण जरूर कराएं साथ ही पौष्टिक भोजन दें जिससे वे स्वस्थ्य रहें । उन्होंने कहा कि गांव की सबसे बड़ी खूबसूरती होती है कि यहां सभी लोग मिलजुल कर रहते हैं।