कलेक्टर श्रीमती साहू ने स्याहीमुड़ी स्थित प्रयास आवासीय विद्यालय का किया औचक निरीक्षण
एजुकेशन हब के बालिका आश्रम में मध्यान्ह भोजन शुरू करने दिए निर्देश
कोरबा 7 दिसंबर। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने स्याहीमुड़ी स्थित एजुकेशन हब में पहुंचकर प्रयास आवासीय विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर श्रीमती साहू ने प्रयास विद्यालय के साथ एजुकेशन हब में संचालित बालिका आश्रम का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने प्रयास विद्यालय पहुंचकर वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों और शिक्षकों की जानकारी स्कूल की प्राचार्या से ली। श्रीमती साहू ने कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं की कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रयास स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों को मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करने और सफल होने के लिए प्रोत्सहित किया। कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं से आवासीय विद्यालय में मिलने वाली पढ़ाई की सुविधाओं सहित रहने और खाने-पीने की व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्रीमती साहू ने कक्षा ग्यारहवीं की गणित विषय की कक्षा में जाकर पढ़ रहे विद्यार्थियों से अभी तक पूरे हो चुके सिलेबस और पढ़ाई के लिए समय सारणी आदि की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा आंचल बघेल, कामना सिंह और मोहित कुमार से प्रयास विद्यालय में पढ़ाई की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। उन्होंने विद्यार्थियों से प्रयास विद्यालय के हॉस्टल में सुबह-शाम मिलने वाले नाश्ता-भोजन आदि के बारे में भी पूछा। विद्यार्थियों ने कलेक्टर को बताया कि नाश्ता में पोहा, पकौड़े एवं इडली आदि दिए जा रहे हैं। भोजन में चांवल, दाल, सब्जी आदि दी जाती है। विद्यार्थियों ने बताया कि रविवार को विशेष भोजन भी छात्रावास में दिया जाता है। प्रयास आवासीय विद्यालय निरीक्षण के दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती माया वॉरियर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
बालिका आश्रम में मध्यान्ह भोजन नही मिलने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, तत्काल शुरू करने दिए निर्देश – कलेक्टर श्रीमती साहू ने बालिका आश्रम में अध्ययनरत् कक्षा पहली से पांचवी तक के विद्यार्थियों को दिए जाने वाले भोजन की जानकारी ली। उन्होंने बालिका आश्रम के किचन में जाकर विद्यार्थियों के लिए बनाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता भी परखी और रसोईयों को गुणवत्ता युक्त स्वादिष्ट भोजन बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बालिका आश्रम में बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं दिए जाने की जानकारी पर नाराजगी जताई। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को छात्रावास में तत्काल मध्यान्ह भोजन शुरू करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने किचन निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों को अच्छे और पौष्टिक भोजन बनाकर देने के निर्देश मौके पर मौजूद अधीक्षिका को दिए। श्रीमती साहू ने बच्चों के भोजन करने की बैठक व्यवस्था के लिए डाइनिंग हॉल में सुनियोजित तरीके से टेबल और कुर्सी लगाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर करने और वॉश एरिया में टूट-फूट की तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश भी सहायक आयुक्त को दिए।
जयेश्वरी की पोयम सुन कलेक्टर ने जाहिर की खुशी – बालिका आश्रम में चौथी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा कुमारी जयेश्वरी ने कलेक्टर को स्वयं ही आगे आकर कविता सुनाने की इच्छा जाहिर की। कलेक्टर श्रीमती साहू को जयेश्वरी ने ’’हरी डाल पर परी’’ कविता सुनाई। बिना रूके जयेश्वरी की सुनाई कविता से कलेक्टर खासी प्रभावित हुईं और उन्होंने शाबाशी देते हुए जयेश्वरी का हौसला बढ़ाया। कलेक्टर ने सभी बच्चों को पढ़-लिख कर परी की तरह ही अच्छा इंसान बनने और हमेशा दूसरे के लिए अच्छे काम करने की समझाईश दी। उन्होंने सभी छोटे बच्चों को मन लगाकर पढ़ने के साथ-साथ खेल कूद में भी आगे बढ़ने को प्रोत्साहित किया।
ग्यारहवीं की छात्रा ने पूछा, कलेक्टर कैसे बनते हैंः श्रीमती साहू ने दिया मार्गदर्शन, छात्रा ने रिटर्न गिफ्ट दिया, हाथों से बनाई हुई कलेक्टर की स्कैच और शुभकामना कार्ड दिए – कलेक्टर श्रीमती साहू के प्रयास आवासीय विद्यालय निरीक्षण के दौरान कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा शगुफ्ता फातिमा ने कलेक्टर बनने के बारे में पूछा। छात्रा की जिज्ञासा पर श्रीमती साहू ने सभी विद्यार्थियों को सरल और स्पष्ट तरीके से कलेक्टर बनने की प्रक्रिया को बताया। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया और मन लगाकर पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया तो विद्यार्थियों ने भी रिटर्न गिफ्ट देकर श्रीमती साहू का आभार माना। रिटर्न गिफ्ट के रूप में कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा कुमारी आंचल बघेल ने कलेक्टर को अपने हाथों से बनाई हुई श्रीमती साहू की स्कैच भेंट किया। अन्य विद्यार्थियों ने भी अपने हाथों से बनाए हुए आकर्षक और कलात्मक शुभकामना कार्ड कलेक्टर को भेंट किए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि कलेक्टर बनने के लिए अच्छे से पढ़ाई करना होता है। मेहनत और लगन से लगातार पढ़ना पढ़ता है। श्रीमती साहू ने बताया कि कलेक्टर बनने के लिए यूपीएससी में तीन चरण के परीक्षा को पास करना होता है। सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा, उसके बाद मुख्य परीक्षा और मुख्य परीक्षा में पास होने के उपरांत इंटरव्यू देना पड़ता है। अंतिम परिणाम में सफल होने के पश्चात ही आईएएस के रूप में चयन होता है। कलेक्टर श्रीमती साहू ने विद्यार्थियों को कलेक्टर बनने के लिए अभी से अच्छे से पढ़ाई करने और लक्ष्य निर्धारित करके कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।
विद्यार्थियों द्वारा आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में कलेक्टर ने विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि प्रयास आवासीय विद्यालय में पढ़ने का सुनहरा अवसर आप लोग को मिल रहा है। प्रयास स्कूल में पढ़ने के इस मौके को लक्ष्य बनाकर और छोटे-छोटे टारगेट तय कर अच्छे से पढ़ाई करें। प्रयास स्कूल में पढ़ने-लिखने, रहने-खाने, सुरक्षा-स्वास्थ्य आदि सभी सुविधाएं शासन द्वारा प्रदान की जा रही है। इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी विशेष तौर पर तैयारी करवायी जा रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि प्रयास स्कूल में पढ़ने के मिले मौके को सदुपयोग करके नियमित पढ़ाई करें। परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करते रहें। इस मौके पर कलेक्टर ने कक्षा बारहवीं के पीईटी, पीएमटी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को निःशुल्क स्टडी मटेरियल भी वितरित किया।