एसईसीएल में फिर अनुकंपा नियुक्ति देने का मामला अटका

कोरबा 12 जुलाई। एसईसीएल में समय पर उन मामलों में अनुकंपा नियुक्ति देने का भरोसा दिया था जिनमें काम के दौरान कोयला कामगारों का निधन हो गया है। इसके जरिए पीड़ित परिवारों को राहत देने का काम होना था। अकेले कोरबा जिले में 50 से अधिक मामले तब अटके हुए हैं जबकि स्थानीय स्तर पर स्क्रीनिंग से संबंधित प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

पिछले महीने एसईसीएल के कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा और दीपका विस्तार क्षेत्र में कार्मिक विभाग के द्वारा अपने पास आये नामांकनों की छानबीन करने के साथ अन्य सभी औपचारिकताओं को पूरा किया गया। इस बारे में दिवंगत कर्मी के एक आश्रित को नामांकन के संबंध में बुलाया गया। संबंधित दस्तावेजों का परीक्षण किया गया। इससे पहले उक्त क्षेत्र स्तर पर प्रक्रियाएं पूर्ण हो चुकी थी। एरिया स्तर पर जो काम बचे हुए थे उन्हें पूरा कराया गया। कंपनी ने आश्वस्त किया था कि स्क्रीनिंग के साथ ऐसे सभी मामलों में अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने का काम अंतिम रूप से पूरा कर लिया जाएगा। अरसा गुजरने पर भी संबंधित आवेदकों को नियुक्ति आदेश भेजने का काम नहीं किया जा रहा है। इन कारणों से दिवंगत कर्मचारियों के परिजन काफी परेशान हैं। वे चाहते हैं कि राहत देने का काम अविलंब होना चाहिए।

कोरबा जिले में भूमिगत खदानों में कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त बताई जा रही है। बांकीमोंगरा सहित कई खदानें पहले ही बंद हो चुकी है। कुछ खदानों में खतरे बने हुए हैं। कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत सरायपाली परियोजना का उद्घाटन हो चुका है। कई कारणों से वहां गतिरोध बना हुआ है। समन्वय स्थापित करने के साथ वहां से उत्पादन शुरू कराया जाना है। ऐसे में संभव है कि अनुकंपा नियुक्ति पाने वालों को वहां भेजा जा सकता है।

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