तीन महीने से वेतन अप्राप्त, रोजगार जाने का डर

कोरबा 12 जुलाई। बालाजी ट्रामा सेंटर में काम कर रहे 144 कर्मचारियों को उधारी पर प्रदत्त सेवाओं के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ी। वेतन नहीं मिलने से इनके सामने दिक्कतें आ खड़ी हो गई। मामले को सुलझाने के लिए आखिरकार इन्होंने जिलाधीश कार्यालय का रूख किया। इस दौरान मालूम हुआ कि स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन को वेतन की राशि ट्रांसफर कर दी है। आखिरकार गड़बड़ी कहां पर हुईए अब इसका पता लगाया जा रहा है। आज.कल में वेतन भुगतान कर दिए जाने का भरोसा देने पर कर्मचारी वापस लौट गए।

स्वास्थ्य विभाग में भर्राशाही किस कदर बनी हुई है इसका उदाहरण एक के बाद एक सामने आ रहे मामलों से स्पष्ट हो रहा है। बालाजी ट्रामा सेंटर में सेवाएं दे रहे 144 कर्मचारियों को ऐसी ही समस्या की वजह से जिला कार्यालय जाना पड़ा। उन्हें पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल सका था। एक तरह से दुकानों में काम करने जैसी स्थिति इनके सामने बनी हुई थी। कर्मचारी एक-दूसरे से पूछ रहे थे कि आखिर हिसाब.किताब क्या है और वेतन कब तक मिल पाएगा। संबंधितों से जरूरी जानकारी नहीं मिलने के साथ इनकी परेशानियां और बढ़ती गई। सप्ताह की शुरुआत होने पर ट्रामा के कर्मी आज सुबह कलेक्टोरेट पहुंचे और अपनी समस्या बताई। बड़ी संख्या में चिकित्सा संस्थान से संबंधित कर्मचारियों के यहां पहुंचने से अधिकारी भी हैरान रह गए। मामले को समझने के साथ उन्होंने संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि जो समस्या बताई जा रही है, यह बहुत पहले निपट गई होती लेकिन इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। जानकारी के आधार पर संबंधितों को अवगत कराया गया कि एक-दो दिन के भीतर उनके वेतन का मसला हल हो जाएगा। इसके साथ कर्मचारियों ने यहां से अपने कदम ट्रामा की तरफ खींचे। इस दौरान उन्होंने यह चिंता भी जताई कि ट्रामा के पुराने प्रबंधन की वापसी हो रही है और इस स्थिति में वहां का कामकाज दूसरे स्तर पर होना है। इस दौर में उनके जॉब की गारंटी का अतापता नहीं है। वे चाहते हैं कि इस बारे में उचित आश्वासन दिया जाए।

सीएस को राशि ट्रांसफरः-ट्रामा सेंटर से संबंधित कर्मचारियों के वेतन लंबित होने जैसी कोई समस्या है ही नहीं। वेतन की राशि पहले ही सीएस को ट्रांसफर कर दी गई है। संभव है कि जल्द वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।
बी.बी.बोर्डे, सीएमएचओ कोरबा

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