नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गैंग का हुआ भंडाफोड़, 7 लोग गिरफ्तार
रतलाम 29 अप्रेल: मध्य प्रदेश के रतलाम में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ हुआ है.पुलिस ने पाया है कि नर्स बहन अपने भाई को वैक्सीन की खाली शीशी लाकर देती थी. भाई इसमें एंटीबायोटिक इंजेक्शन भर देता और उसे फेवीक्विक से जोड़ देता था.
इंजेक्शन की खाली शीशी पर मरीज का नाम लिखा रहता था, जिसे वह सैनेटाइजर से मिटा देते थे. नकली इंजेक्शन बनाने के बाद यह दलालों को 6-8 हजार रुपये में बेचते थे और दलाला कस्टमर को सामान्य एंटीबायोटिक इंजेक्शन 30-40 हजार रुपये में बेचते थे.
फर्जी वैक्सीन बनाने के मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. जीवांश हॉस्पिटल के उत्सव नायक, डॉक्टर यशपाल सिंह, प्रणव जोशी, मेडिक अस्पताल में काम करने वाली नर्स रीना प्रजापति और उसका भाई पंकज और अस्पताल में टोकन देने वाला गोपाल मालवीय और रोहित मालवीय को गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के मुताबिक शनिवार को जीवांश हॉस्पिटल के दो डॉक्टरों को पुलिस ने अवैध रूप से 30 हजार रुपये में इंजेक्शन बेचते पकड़ा था. इस दौरान पुलिस ने डॉक्टर उत्सव नायक और डॉक्टर यशपाल सिंह को गिरफ्तार किया. पूछताछ में कई खुलासे हुए, जिसके बाद प्रणव जोशी को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए नर्स रीना और उसके भाई पंकज को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली वैक्सीन बरामद की है.