कोरोना से लड़ाई में पूर्व सभापती व एमआईसी सदस्य संतोष राठौर आए आगे.. 1 माह का मानदेय और मद से 1 लाख रुपये का किया योगदान
कोरबा 29 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर ने देश और प्रदेश में हाहाकार मचाया हुआ है। प्रदेश की राजधानी में स्थिति बत से बत्तर होती जा रही है। वहीं कोरबा जिला भी इस महामारी के प्रकोप से अछूता नही है। रोजाना जहाँ एक हजार के आसपास नए संक्रमित मिल रहे है वहीं मृतकों की संख्या भी डराने वाली है। महामारी के इस भयावह रूप के आगे चिकित्सकों से लेकर शासन प्रशासन व समस्त संस्थान और संसाधन लाचार व बेबस नजर आ रहे हैं।
परंतु यह मानव प्रवृति ही है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमे हाथ पर हाथ धरे बैठने नही देती। महामारी के इस दौर में भी यही देखने को मिल रहा है। कोरोना से लड़ाई में शासन प्रशासन ने अपना शत प्रतिशत तो अर्पित कर ही रखा है, आम जनमानस व जनप्रतिनिधी भी अपने अपने सामर्थ्य अनुसार अपना योगदान दे रहें हैं।
इसी कड़ी में कोरबा काँग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सभापती व वर्तमान एमआईसी सदस्य श्री संतोष राठौर भी आगे आए हैं। उन्होंने अपने पार्षद मद से एक लाख रुपये व अपने एक माह के मानदेय का शासकीय कोष में योगदान दिया है जिसे कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु उपयोग में लाया जा सके। उन्होंने इस संबंध में नगर निगम आयुक्त को पत्र लिख राशी को शीघ्र अति शीघ्र उपयोग में लाते हुए महामारी से लड़ने में काम आने वाली सामग्रियों की खरीदी करने का निवेदन किया है।
न्यूज एक्शन से बातचीत में उन्होंने कहा कि “विपदा के इस काल में हम समस्त देशवासियों को एकजुट होकर कोरोना का सामना करना है। ऐसे समय में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति से ऊपर उठकर प्रशासन व शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए जिससे जितना हो सके, अपनी शक्ति अनुसार इस लड़ाई में उतना सहयोग करना चाहिए। एक जनप्रतिनिधी होने के नाते मेरा कर्तव्य है कि मुश्किल समय मे जनता की हर संभव सेवा कर सकुँ और आवश्यकता होने पर अपना सर्वस्व अर्पित कर दूँ।”
श्री राठौर ने लोगों से भी अपील की है कि वह लॉकडाउन के नियमों का गंभीरता से पालन करें। बिना वजह घूमने ना निकले। अतिआवश्यक होने पर ही बाहर आएं व बाहर निकलने पर मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें व सैनिटाइजर का उपयोग करें।