फण्ड की चिंता में वन विभाग बना रहा जेसीबी से तालाब, वनवासियों में आक्रोश
कोरबा 23 मार्च। वनवासियों का हित व रोजगार वन विभाग की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन कोरबा में वन विभाग को वनवासियों के रोजगार की बाजार फण्ड के लैप्स होने की चिंता कुछ ज्यादा ही है। तभी तो एक तालाब की खुदाई का काम मेन्यूअल न कराकर विभाग द्वारा जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है। जिससे वनवासियों में आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार कोरबा वनमंडल के कोरबा रेंज में भूलसीडीह नामक गांव में वन विभाग द्वारा हाथी रहवास प्लानमद से तालाब निर्माण कराया जा रहा है। इस कार्य पर लगभग 30 लाख रूपए खर्च होना है। कार्य को मेन्यूअल व मशीन से कराये जाने का प्रावधान है। लेकिन वन विभाग द्वारा इसे मेन्यूअल न कराकर जेसीबी मशीन द्वारा तालाब खुदाई जा रहा है। जिससे कार्य में भारी भष्टाचार होने की संभावना है। वहीं वनवासियों में इसें लेकर काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है। उनका कहना है कि वन विभाग द्वारा यदि कार्य को मेन्यूअल कराता तो क्षेत्रवासियों को रोजगार मिलता। जिससे उनकी आमदनी बढ़ती और परिवार का पालन-पोषण करने में मद्द मिलती। लेकिन वन विभाग द्वारा इस कार्य को मेन्युअल न कराकर जेसीबी मशीन से करवाया जा रहा है जो उनके साथ अन्याय है। वहीं सूत्रों के मुताबिक चूंकि इस कार्य की वित्त वर्ष के समापन से कुछ ही दिनों पूर्व फरवरी माह में मिली है और इसे समय पर पूरा किया जाना भी आवश्यक था। अतःविभाग द्वारा तालाब निर्माण व खुदाई का का जेसीबी मशीन से कराने का निर्णय लेते हुए फरवरी माह में ही शुरू किया गया है। जिसके मार्च अंत तक पूरा होने की संभावना है। यदि ऐसा नहरीं किया जाता तो स्वीकृत कार्य का पैसा लेप्स हो जाता और विभाग को इसे सरेण्डर करना पड़ता। अतः आनन-फ ानन में फण्ड को बजाने के लिए तालाब की खुदाई का कार्य मशीन से कराने का सॉटकट रास्ता अपना गया। और कार्य तत्काल प्रारंभ किया गया है। सॉटकर्ट तरीके से अपनानये गये इस रास्ते में भ्रष्टाचार की भी काफी गुंंजाइस है। इसके यह साबित होता है कि वन विभाग को वनवासियों के रोजगार की चिंता कम फण्ड लेप्स होने का डर ज्यादा ही था।