ट्रंप कार्ड: चीन ने बढ़ाया भारत की ओर दोस्ती का हाथ

बीजिंग / नई दिल्ली. अमरीका राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर शुरू करने के बाद चीन ने भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है।
चीन ने कहा कि यदि दोनों देश आपस में प्रतिस्पर्धा करने की बजाय दोस्ती का हाथ बढ़ाएं तो वैश्विक व्यापारिक संबंधों में बड़ा बदलाव आ सकता है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार को अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि दोनों देशों को एक-दूसरे की सफलता में साझीदार बनना चाहिए। एशिया की दो सबसे बड़ी अर्थ- व्यवस्थाएं मिल जाएं तो ग्लोबल साउथ का विकास होगा। चीन भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।
चीन की इस पेशकश के बाद भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। माना जा रहा है कि अमरीका से झटका खाने के बाद चीन से रुख में नरमी आई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने जिन देशों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की है, उनमें चीन भी शामिल है। भारत अभी तक टैरिफ वार के सीधे प्रभाव में नहीं आया है पर ट्रंप बार-बार भारत का जिक्र कर टैक्स बढ़ाने की बात कह चुके हैं। अमरीका के ट्रेड वॉर शुरू करने का असर भारत पर भी पड़ने वाला है। हालांकि भारत सरकार इस प्रभाव को कम करने के लिए वार्ता कर रही है।
चीनी विदेश मंत्री कहा कि भारत और चीन के संबंधों में ‘सकारात्मक प्रगति’ हुई है। पूर्वी लद्दाख चार साल तक चले सैन्य गतिरोध के पिछले वर्ष समाप्त होने के बाद सभी स्तरों पर अच्छे नतीज प्राप्त हुए हैं।
■ विदेश मंत्री ने कहा कि हमें द्विपक्षीय संबंधों को कभी भी सीमा के सवाल या विशेष मतभेदों से परिभाषित नहीं होने वेना चाहिए, जिससे हमारे द्विपक्षीय प्रभावित हो।
■ उन्होंने कहा कि हमारे पास ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए अग्रणी भूमिका निभाने की जिम्मेदारी है। ‘ग्लोबल साउथ’ में विकासशील या अविकसित देश है जो अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमरीका में स्थित हैं।
■ दोनों देशों के बीच साझेदारी ही दोनों पक्षों के लिए एकमात्र सही विकल्प है। दोनों देशों को एक दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए।’
वांग यी, चीन के विदेश मंत्री