वन सुरक्षा समितियों का अभियानः वन और प्राणियों को बचाना है आग से

कोरबा 16 फरवरी। गर्मी के सीजन में रिहायसी क्षेत्रों में ही आग नहीं लगती बल्कि इसका बड़ा रूप जंगलों में भी देखने को मिलता है। हर वर्ष इस तरह के मामले सामने आते हैं और इससे वन संपदा को काफी नुकसान होता है। इसलिए कोरबा रेंज में वन्य प्राणियों के साथ-साथ जंगलों को आग से बचाने की कोशिश हो रही है।

वन सुरक्षा समितियों के साथ-साथ स्थानिय लोगों और फायर वाचर का उपयोग इस काम में किया जा रहा है। कोरबा रेंजर मृत्युंजय शर्मा ने बताया कि बड़े पैमाने पर जागरूकता संबंधी कामकाज किये जा रहे हैं और इसी सिलसिले में हमारी कोशिश हो रही है। इस दृष्टिकोण से विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर एक कार्यशाला रखी गई। मैदानी अमले के साथ ग्रामीण क्षेत्र में सक्रियता दिखाने वाले वर्ग को इसका हिस्सा बनाया गया। उन्हें बताया गया कि पर्यावरण के साथ ग्रामीण अर्थतंत्र और संतुलन के लिए जंगल और वहां पर उपलब्ध रहने वाले पा्रणी आवश्यक है। उनकी सुरक्षा हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है और इसका निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ होना चाहिए।

कार्यशाला में तकनीकी टीम शामिल रही जिसने कई आदर्श उपायों की जानकारी दी कि किस प्रकार से जंगलों में आग की रोकथाम हो सकती है और सुरक्षा के आधार पर बड़े हिस्से को बचाया जा सकता है। रेंजर शर्मा ने बताया कि रेंज के सभी इलाकों में इस तरह के अभियान को बढ़ाया जा रहा है। लोग हमारी बातों को गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि ग्रामीण व्यवस्था में इनका काफी महत्व है।

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