किसान कल्याण समितिः मलगावं पंचायत का विलोपन रद्द करने मुख्य सचिव को भेजा पत्र

चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

कोरबा 03 जनवरी। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने कोयला खनन के लिये अर्जित ग्रामो मलगांव, अमगांव और सुवाभोड़ी के विलोपन की कार्यवाही का निंदा करते हुये विलोपन को रद्द करने की मांग की है।

समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने पंचायत चुनाव के ठीक पहले की गई कार्यवाही पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि पुनर्वास नीतियों के अनुरूप भूविस्थापितों को लाभ नही दी जा रही है और जोर जबरदस्ती विस्थापन के लिये लोंगो को भयभीत किया जा रहा है। एसईसीएल प्रबन्धन प्रशासन की मदद लेकर आंदोलनकारियों के खिलाफ षडयंत्र पूर्वक कार्यवाही कर रही है। जेल भेजने करोड़ों रूपये नुकसानी की भरपाई का नोटिस भेजने जैसी घिनौनी कृत्य कर विरोध को कुचलने की साजिश हो रही है और वहीं दूसरी ओर शासन के द्वारा गांव का विलोपन किया जा रहा है जबकि 30 सालों से रोजगार के इंतजार में भटक रहे युवा अब बूढ़े हो चले हैं। मुआवजा और बसाहट जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित विस्थापितों की गुहार कोई सुनने को तैयार नहीं है और पूरी तानाशाही रवैय्ये इख्तियार किये जा रहे हैं । संगठन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि मलगांव सहित अन्य पंचायत को विलोपित किए जाने के खिलाफ मुख्य सचिव को शिकायत करते हुऐ विलोपन रदद् करने और इन ग्रामो के भू -अर्जन और पुनर्वास की समस्त प्रक्रिया को पूरा कराने की मांग की गयीं है।

गौरतलब है कि कटघोरा विकासखंड के ग्राम पंचायत मलगांव और अमगांव में बीते कुछ दिनों से पंचायत विलोपित किए जाने के खिलाफ सुगबुगाहट चल रही थी। ग्रामीणों ने पंचायत को विलोपित नहीं करने की मांग शुरू कर दिया था वे अपनी इस मांग को लेकर भारी संख्या में कोरबा पहुंचे ग्रामीण भारी संख्या में रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने जा पहुंचे इस बात की सूचना पुलिस व प्रशासन को भी नहीं थी लिहाजा ग्रामीण परिसर के भीतर तक पहुंच गए उन्होंने मुख्य द्वार के सामने बैठकर नारीबाजी शुरू कर दी ।पंचायतों को विलोपित करने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश भडक उठा है और कई बार आवेदन कर थकने के बाद सोमवार को रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट जा पहुंचे उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करते हुए विलोपन वापस लेने की मांग शुरू कर दी वे अपनी मांग को लेकर अड़े रहे आखिरकार कलेक्टर को ही उनके पास आना पड़ा उनकी समझाइश के बाद ग्रामीण शांत हुए और घेराव समाप्त हुआ। ग्रामीणों का कहना था कि एसईसीएल दीपका गेवरा विस्तार के लिए मलगांव व अमगांव की जमीन को अधिग्रहण किया गया है इसके साथ ही पंचायत को विलोपित कर दिया गया है जिसे निरस्त कर 2025 में पंचायत चुनाव कराई जाए। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किया लेकिन वे कलेक्टर से ही मुलाकात कर अपनी समस्या का निराकरण करने की मांग पर अड़े रहे। कलेक्टर अजीत वसंत ने ग्रामीणों से चर्चा कर समझाइश देकर शांत कराया।

ग्राम मलगांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा उन्होंने अपने ज्ञापन में स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए कहा है कि पंचायत विलोपन के आदेश को निरस्त किया जाए यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वे आगामी चुनाव का बहिष्कार करेंगे।

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