लैंको प्लांट में भू-विस्थापितों और स्थानीय लोगों को योग्यतानुसार मिले रोजगारः फूलसिंह राठिया
रामपुर विधायक ने लैंको के कार्यकारी निदेशक को लिखा पत्र
कोरबा 15 सितंबर। उरगा अंतर्गत पताढ़ी में संचालित लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को अदानी पावर कंपनी ने टेक ओवर कर लिया है। जिसके साथ ही संयंत्र के अन्य इकाईयों का काम पूरा कर जल्द बिजली उत्पादन की उम्मीद है। ऐसे में कंपनी में रोजगार के अवसर भी हैं। जिसे लेकर रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने लैंको के कार्यकारी निदेशक को पत्र लिखकर भू विस्थापितों और स्थानीय लोगों को योग्यतानुसार रोजगार उपलब्ध कराने कहा है।
विधायक फूलसिंह राठिया ने पत्र में कहा है कि समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला है कि लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड पताढ़ी को अदानी पावर लिमिटेड के द्वारा हस्तांतरित किया गया है। अगर यह बात सत्य है तो ईकाई 1,2 एवं ईकाई 3,4,5,6 के लिए कम्पनी के द्वारा पूर्व में ही जमीन अधिग्रहण किया जा चुका है। अदानी पावर लिमिटेड की जिम्मेदारी बनती है कि भूस्थापितों को योग्यता अनुसार स्थाई रोजगार एवं स्थानीय लोगों को अस्थाई रोजगार दिया जाए। अदानी पावर लिमिटेड को टेक्निकल पदों को छोड़कर 90 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को उपलब्ध कराना चाहिए। स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग उन्होंने रखी है।
ज्ञात रहे कि वर्तमान में लैंको की 300-300 मेगावाट की दो इकाइयों से 600 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है। बिजली की आपूर्ति मध्य प्रदेश व हरियाणा को की जा रही है। दूसरे चरण का निर्माण कार्य वर्ष 2012-13 में 660-660 मेगावाट की दो इकाइयों का शुरू किया गया। लैंको का संचालन अपने हाथ में लेने के बाद अदाणी पावर कंपनी सबसे पहले इस अधूरे संयंत्र का निर्माण कार्य पूरा कर सकती है। इसके बाद तीसरे चरण के विस्तार कार्य में 660-660 मेगावाट की दो इकाइयों की स्थापना की जा सकती है। कुल 3,240 मेगावाट क्षमता वाला यह विद्युत संयंत्र राज्य का सबसे बड़ा संयंत्र बन जायेगा
1759 भू-विस्थापितों को फिर नई उम्मीद
जानकारी के अनुसार वर्तमान में लैंको में 500 नियमित अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है। वहीं आऊटसोर्सिंग पर एक हजार ठेका मजदूर काम कर रहे हैं। संयंत्र निर्माण के लिए जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई, उनमें 1759 किसान प्रभावित नौकरी व मुआवजा के लिए अभी भी भटक रहे हैं। अदाणी समूह के आधिपत्य में आने की खबर से इन सभी को एक बार फिर नई उम्मीद बंध गई है।