सरकारी विद्यालयों के परिणाम अच्छे नहीं, अब अतिथि शिक्षकों पर प्रशासन का फोकस

कोरबा 08 जून। इस बार भी कोरबा जिले में बोर्ड परीक्षाओं में सरकारी विद्यालयों के परिणाम बहुत अच्छे नहीं रहे। जबकि हर वर्ष इसी बात पर जोर दिया जा रहा है कि परिणामों को बेहतर करने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए और पढ़ाई के स्तर को ठीक किया जाए। अब पाठ्यक्रम समय पर कराने के लिए अतिथि शिक्षकों पर प्रशासन का फोकस है।

जिले के सैकड़ों हायर सेकेंडरी और हाईस्कूल सहित मिडिल स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए अतिथि शिक्षकों का विकल्प दिया गया है। जिला खनिज न्यास मद से इस काम को करने की योजना है। इन्हें प्रशासन हर महीने 12 हजार रुपए का मानदेय देगा। कई अर्हता इसमें सबसे विशेष होंगीं। शिक्षा विभाग को ऐसा लगता है कि अतिथि शिक्षकों के जरिए स्कूलों की बेपटरी होती व्यवस्था को ट्रैक पर लाना संभव होगा और नतीजों के स्तर को भी ठीकठाक किया जा सकेगा। दूसरी ओर प्रबुद्ध वर्ग कह रहा है कि जब मोटा वेतन लेने वाले शिक्षकों का प्रदर्शन लचर है तो अतिथि शिक्षकों से बड़ी उम्मीद क्यों?

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