कोयला घोटाले की जांच, ईओडब्ल्यू की खनिज विभाग में दबिश
कलेक्टोरेट परिसर में पहले भी ईडी की टीम तीन बार कर चुकी है जांच
कोरबा 07 जून। जिला खनिज कार्यालय में अधिकारी कर्मचारियो के बीच उस समय हड़कंप मच गया जब आर्थिक अपराध अंवेषण (ईओडब्ल्यू) की टीम ने दबिश दी। राज्य में हुए कोयला घोटाले की जांच ईडी कर रही है। इसी मामले में अब आर्थिक अनियमितता की आशंका से ईओडब्ल्यू ने भी जांच कर रही है। बुधवार की रात को टीम पहुंच गई थी। गुरूवार की सुबह से कार्यालय पहुंची तीन सदस्यी टीम विभाग के आवश्यक दस्तावेजों की पड़ताल शुरू की।
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय से जुड़े प्रवर्तन निदेशालय ने साल भरा पहले कोरबा खनिज कार्यालय में दबिश देकर पड़ताल की थी। जिले में पदस्थ रही पूर्व कलेक्टर रानू साहू और पूर्व सरकार में उप सचिव रही सौम्या चौरसिया सहित कई बड़े अधिकारी अभी भी ईडी के जांच के दायरे में हैं। जेल में बंद अधिकारियों से लगातार पूछताछ जारी है। जिसमें कोरबा में पदस्थ रहे पूर्व जिला खनिज अधिकारी एसएस नाग भी शामिल हैं। इसी कड़ी में ईओडब्ल्यू भी जांच शुरू कर दी है। टीम के अधिकारी वर्ष 2020 से 2022 तक के दस्तावेज खंगाल रहे है। जांच करने वाले टीम में डीपीएस रैंके के अधिकारी कोयला घोटाला से जुड़े दस्तावेज खंगालने में जुटे हुए है। माना जा रहा है कोयला घोटाले को मूर्तरूप देने में वालों कुछ और भी नाम सामने आ सकते हैं। आर्थिक अपराध अंवेषण ब्यूरो की टीम ने ऐसे समय में छापामार कार्रवाई की है जब मतगणना के बाद आचार संहिता शिथिल हो चुकी है। ऐसे में माना यह भी जा रहा है कि जांच की प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक कोयला घोटाले से जुड़े तार का पटाक्षेप न हो जाए।