जिले में प्रत्येक योजनाओं का किया जाए बेहतर क्रियान्वयन – कलेक्टर विजय दयाराम के
महिला एवं बाल विकास विभाग के विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
जगदलपुर 25 मई 2024. कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. ने कहा कि प्रदेश स्तर पर बस्तर क्षेत्र की स्थिति और योजनाओं का क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जाता रहा है इसलिए प्रत्येक योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन किया जाना जरूरी है। इस हेतु मैदानी स्तर पर सतत मॉनिटरिंग आवश्यक है। वर्तमान में नियद नेल्लानार योजना लागू होने के बाद बस्तर संभाग के सभी जिलों में योजनाओं का लाभ अंतिम तक पहुंचाने का प्रयास सरकार कर रही है, इसलिए महिला एवं बाल विकास विभाग भी अपने विभागीय योजनाओं से लाभार्थियों- हितग्राहियों को लाभ दें। कलेक्टर श्री विजय शुक्रवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक ले रहे थे।
बैठक में विभाग की सामान्य जानकारी और स्थापना के संबंध में चर्चा किया गया। इसके साथ ही विभागीय योजना वजन त्यौहार, पोषण ट्रेकर एप्प अनुसार कुपोषण में कमी, आईसीडीएस, पूरक पोषण आहार, मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना,छत्तीसगढ़ महिला कोष,सामाजिक विकास, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, सक्षम आंगनबाड़ी केन्द्र, आंगनबाड़ी में अध्ययनरत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र निर्माण, मिशन वात्सल्य, बाल संरक्षण ईकाई, किशोर न्याय बोर्ड में प्रस्तुत, निराकृत एवं लंबित प्रकरणों, बाल विवाह के नियंत्रण की कार्यवाही और “सखी” वन स्टॉप सेंटर की व्यवस्थाओं पर चर्चा किया गया।
बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका की नियुक्ति के प्रकरणों पर भी चर्चा किया गया। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताकी रिक्त पदों हेतु नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी होने के बाद तीन माह में भर्ती प्रक्रिया पुर्ण किया जाना चाहिए था इस कार्य 15 जून तक पूर्ण करवाएं। नया आंगनबाड़ी खोलने हेतु स्वीकृति व भवन की स्थिति का संज्ञान लिया। परियोजना पोषण ट्रेकर एप्प अनुसार परियोजनावार मध्यम और गंभीर कुपोषित बच्चों की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करवाकर पोषण स्तर के मानक तक लाए और हितग्राही का सतत मॉनिटरिंग करें। अभियान चलाकर कुपोषित बच्चों को परिवार के सदस्यों की सहमति पर एनआरसी में भर्ती करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जाए। कुछ जगहों में गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या ज्यादा होने के कारण सीडीपीओ और सुपरवाइजर को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए।आकांक्षी विकासखण्ड तोकापाल में कुपोषण स्तर को आवश्यक कमी लाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में सातों विकासखण्ड में सुपरवाइजरों के सेक्टर में पंचायतों की संख्या को भौगोलिक स्थिति के आधार पर संयोजित कर उनके कार्य क्षेत्र का निर्धारण करने के भी निर्देश कलेक्टर ने दिए। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और सुकन्या सुकन्या समृहि योजना को जोड़कर प्रगति लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत लक्ष्य को अधिक करने के निर्देश। बैठक में आंगनबाड़ी भवन निर्माण, मिनी आंगनबाड़ी भवन, अप्रारंभ भवन, निस्प्रयोजन भवन, सक्षम आंगनबाड़ी की भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए पूर्ण भवनों को हैण्ड ओवर लेकर आंगनबाड़ी संचालित करने कहा। साथ ही पोषण वाटिका, वॉल पेंटिंग के कार्यों को जल्द पूर्ण करवाना सुनिश्चित करें। वर्ष 2023-24 में प्रवेश लिए आंगन बाड़ी के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र की प्रगति पर चर्चा करते हुए आमचों चिंहारी योजना के तहत प्राथमिकता से इस कार्य को जारी करवाने कहा गया। बैठक में कुपोषण नियंत्रण के उल्लेखनीय कार्य करने तीन सुपरवाइजरों को प्रशस्ति पत्र भी दिया गया।इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सर्वे, डीपीओ श्री अरूण पाण्डेय, महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी सीडीपीओ, सुपरवाइजर और अन्य शाखा के अधिकारी उपस्थित थे।