दो स्थान पर सड़क दुर्धटना में एक की मौत, दो गंभीर
करतला और बांगो क्षेत्र में हुई घटना
कोरबा 18 अपै्रल। जिले में करतला क्षेत्र में हुए हादसे में एक व्यक्ति की सांसें उखड़ गई, वहीं उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि बांगो थाना क्षेत्र में स्वयं से बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हुए युवक को पोड़ी से बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार कल शाम को बेहरचुआं से बारात लेकर अरविंद उरांव उम्र 21 पिता राधेश्याम उरांव एवं उसका साथी अजीत उरांव उम्र 22 एक बाइक में सवार होकर अपने घर से निकले, लेकिन कुछ ही दूर आगे जाने के बाद ये दोनों पेड़ से गंभीर रूप से टकरा गए। जिसकी जानकारी अरविंद के पिता ने मोबाइल से फोन कर अपने पिता राधेश्याम उरांव को दिया। बताया जाता है कि वहां से राधेश्याम उरांव अपने पुत्र अरविंद एवं उसके साथ अजीत उरांव की खोज में निकले ही थी कि जानकारी मिली कि वे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें तत्काल करतला सीएचसी ले जाया गया। वहां उसको देखते ही चिकित्सक ने अरविंद को मृत घोषित कर दिया जबकि उसके दूसरे साथ अजीत उरांव को जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां उसका उपचार जारी है। करतला पुलिस ने इस मामले में सूचक राधेश्याम उरांव की सूचना पर मर्ग क्रमांक 19/24 कायम कर लिया है। विवेचना जारी है।
वहीं एक अन्य घटनाक्रम में जिले के पसान थानांतर्गत मनमोहन सिंह गोंड उम्र 22 पिता जगलाल सिंह गोंड़ ग्राम कुल्हरिया पाली थाना पसान कल अपनी बाइक से देर शाम को जीजा संजय कोर्राम उम्र 35 पिता अंजोर सिंह निवासी फुलसर कोरबी थाना पसान तथा संतकुमार उम्र 22 पिता लोकचंद गोंड़ निवासी बड़ेमुड़ा चौकी कोरबी थाना पसान बाइक में सवार होकर घूमने के लिए बांगो थाना क्षेत्र में जा रहे थे। इसी बीच बाइक अनियंत्रित होकर पलट गई जिससे कि गंभीर रूप से मनमोहन सिंह घायल हो गया। वहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए बिलासपुर सिम्स में उपचार के लिए रेफर किया गया है।
ओवर स्पीडिंग और ड्रंकन ड्राइविंग पर कार्रवाई
कोरबा जिले में विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते सडक हादसों की रोकथाम को लेकर पुलिस की ओर से जरूरी कोशिश की जा रही है। ओवर स्पीडिंग और ड्रंकन ड्राइविंग के मामलों को लेकर हुए हादसों में न केवल मौत हो रही है बल्कि लोग जख्मी हो रहे हैं। वर्ष 2024 में जनवरी से अब तक 180 प्रकरणों में वाहन चालकों पर कार्रवाई करते हुए उनके ड्राइविंग लाइसेंस को सस्पेंड करने के प्रस्ताव भी परिवहन विभाग के पास पुलिस की ओर से भेजे गए हैं। कई प्रकार के अभियान पुलिस की ओर से चलने के बावजूद इस प्रकार के मामलों में बहुत ज्यादा कमी नहीं आ सकी है, जैसा की अपेक्षा की जा रही थी। इससे ऐसा लगता है कि सडक पर ओवर स्पीड में चलने वाले लोगों को अपनी जिंदगी से बहुत ज्यादा प्यार नहीं है।