ट्रेलर ने बाइक सवार दंपत्ति को मारी ठोकरः पत्नी की मौत, पति गंभीर
दुर्घटनाजन्य क्षेत्र बना हुआ है सिरकी मोड़
कोरबा 03 अप्रेल। कोयलांचल दीपका क्षेत्र में बीती रात हुए सडक हादसे में अबाध गति से चल रहे अज्ञात ट्रेलर ने बाइक सवार दंपत्ति को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे पत्नी की जहां मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई वहीं पति गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए गेवरा स्थित एसईसीएल के विभागीय अस्पताल एनसीएच में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना रात 12.30 बजे के लगभग दीपका थानांतर्गत सिरकी मोड़ पर घटित हुई। बताया जाता है कि सिरकी में निवासरत वीरसिंह सिरोठिया उम्र 55 वर्ष अपनी पत्नी अकेली बाई (50) के साथ एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बाइक से अपने गांव लौट रहा था। अभी वे सिरकी मोड़ के पास पहुंचे थे कि अज्ञात ट्रेलर ने बाइक सवार दंपत्ति को अपनी चपेट में ले लिया। इस दुर्घटना में अकेली बाई की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। वहीं वीरसिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। मार्ग से गुजर रहे लोगों ने घायल वीरसिंह को उपचार के लिए तत्काल गेवरा स्थित एनसीएच अस्पताल पहुंचाया, जहां ड्यूटी में मौजूद डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद न्यू कोरबा अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। सिरकी मोड़ पर हुई सडक दुर्घटना में महिला की मौत होने की खबर जैसे ही गांव वालों को लगी, सभी ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंच गए और आक्रोश जताने के साथ उचित मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और चक्काजाम कर रहे लोगों को समझाने के साथ ही मुआवजा का आश्वासन दिया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया। बताया जाता है कि दुर्घटना को अंजाम देने के बाद दुर्घटनाकारित अज्ञात ट्रेलर का चालक अपना वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। दीपका टीआई युवराज तिवारी ने बताया कि मामले में वाहन अज्ञात है। पीडि़त परिवार को कैसे सहायता दिलाई जाए इसके लिए विचार किया जा रहा है।
हरदीबाजार क्षेत्र का सिरकी मोड़ एक तरह से दुर्घटनाजन्य क्षेत्र बना हुआ है। जहां पर आए दिन सडक हादसे हो रहे हैं। इन कारणों से ग्रामीणों ने मान लिया है कि इसका कारण कुछ और है। लोगों की नजर में अब यह किसी भूतहा मोड़ से कम नहीं है। हर बार हादसे के बाद यहां न केवल चक्काजाम लगता है बल्कि कई आश्वासन दिए जाते हैं लेकिन इससे हासिल कुछ नहीं हुआ। हालिया घटनाक्रम में फिर पुराने सवाल सामने आए हैं।