कटघोरा के बाद छुरी में मिला लिथियम का भंडार
कोरबा 09 मार्च। जिले के कटघोरा के बाद अब छुरी के आसपास भी ‘व्हाइट गोल्ड’ यानी लिथियम के भंडार का पता चला है। इस जानकारी के बाद जल्द ही सर्वे का काम शुरू होगा।
कटघोरा और कश्मीर में मिले लिथियम भंडार का खनन अधिकार पाने के लिए देश-विदेश की 50 बड़ी-बड़ी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। इसमें कोल इंडिया, अडाणी, वेदांता जैसे समूह शामिल हैं, जिन्होंने लिथियम भंडार का खनन करने कंपोजिट लाइसेंस का टेंडर लिया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की जांच के बाद जेंजरा और छुरी में लिथियम के भंडार की पुष्टि हो चुकी है।
जीएसआई अब इसकी रिपोर्ट केंद्रीय खान मंत्रालय और छत्तीसगढ़ शासन को भेजेगा। केंद्र सरकार ने खनन अधिनियम के लिए पिछले साल अगस्त में संशोधन किया था। इसके बाद से लिथियम, ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट जैसे 20 से ज्यादा खनिजों का पता लगाने और उनके खनन के लिए निजी क्षेत्र को भी अनुमति मिल गई है।सफेद सोना कहे जाने वाले लिथियम का इस्तेमाल डिजिटल उपकरण और ई-व्हीकल की बैटरी बनाने के लिए है। इसके अलावा सीमेंट और इस्पात उद्योग में भी उसकी उपयोगिता है।