राहुल गांधी की न्याय यात्रा भी नहीं मिटा सकी कांग्रेस की गुटबाजी
कोरबा में चर्चा है- सरगर्म
कोरबा 11 फरवरी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी पर विराम लगता नजर नहीं आ रहा है। तभी तो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी गुटबाजी का शिकार हो गई है। कोरबा में राहुल गांधी के स्वागत में लगाये सैकड़ों बेनर में इसकी बानगी देखने में आ रही है। एक गुट के बैनर से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सी एम टी एस सिंहदेव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत गायब हैं, तो दूसरे गुट के बैनर में पूर्व डिप्टी सी एम टी एस सिंहदेव और कोरबा के पूर्व विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का अता-पता नहीं है।
राहुल गांधी की न्याय यात्रा 11 फरवरी की रात कोरबा जिले में आ रही है। ग्राम भैसमा में रात्रि विश्राम के बाद यह यात्रा 12 फरवरी की सुबह कोरबा पहुंचेगी। न्याय यात्रा के स्वागत में नगर में झंडे बेनर लगाए गए हैं। यही बैनर कांग्रेस की गुटबाजी को उजागर कर रहे हैं।
कोरबा में एक गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थकों का है इस ग्रुप के नेता श्याम नारायण सोनी हैं इन्होंने राहुल गांधी की न्याय यात्रा के स्वागत के लिए पूरे शहर में बैनर लगा रखा है बघेल ग्रुप के बैनर में भूपेश बघेल के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत का फोटो तो लगा है, लेकिन पूर्व डिप्टी सी एम टी एस सिंहदेव और कोरबा के पूर्व विधायक एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल नदारद हैं। वहीं दूसरा गुट कोरबा के पूर्व विधायक एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का है जो भूपेश बघेल का विरोधी और पूर्व डिप्टी सी एम टी एस सिंहदेव सह नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत समर्थक है। इस गुट के नेता और प्रदेश कांग्रेस के सचिव विकास सिंह ने जो बैनर लगाया है, उनमें भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव के साथ ही नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत भी आश्चर्य जनक रूप से गायब हैं। कहना ना होगा कि कांग्रेस की इस गुटबाजी में सबसे त्रासद स्थिति टी एस सिंहदेव की है, जो दोनों ही गुट के बैनर से बाहर हैं।
कांग्रेस में गुटबाजी का यह आलम तब है, जब प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट राज्य में घूम घूम कर कांग्रेस नेताओं को न्याय यात्रा और लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट करने की बार बार सीख दे चुके हैं। यह गुटबाजी न केवल कोरबा में है, बल्कि ऐसी ही गुटबाजी की खबर रायगढ़ जिले से भी मिल रही है। आपको बता दे कि रायगढ़ जिले के रेंगालपाली सभास्थल के आस-पास की दीवालों में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के नाम की लगी पेंटिंग रातों-रात किसी ने हटाकर उसमें उमेश पटेल जिंदाबाद के नारे लिख दिए हैं।
इतना ही बल्कि भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव के नाम पर भी काला पेंट पोत दिया गया है। वॉल राइटिंग में इस बदलाव के बाद पूर्व मंत्री उमेश पटेल के सहयोगियों पर ऐसा आरोप लगाए जा रहा है। शुक्रवार की देर रात देवेंद्र यादव और उमेश पटेल के समर्थकों में वॉल पेंटिंग को लेकर विवाद शुरू हो गया और दोनों ही इस मामले को लेकर आमने-सामने आ गए थे। कार्यकर्ता एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए बहस करने लगे। लेकिन विवाद को बढ़ता देख बड़े नेता बीच-बचाव में आये और किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। राहुल गांधी की न्याय यात्रा 11 फरवरी को रायगढ़ के आगे बढ़ते हुए खरसिया में प्रवेश करेगी। ऐसे में राहुल की रूट में आने वाले लगभग 40 किलोमीटर वॉल राइटिंग में ऐसा बदलाव देखने को मिल रहा है। न्याय यात्रा के इन स्थानों पर पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव के नाम की वाल पेंटिंग करवाई गई थी। लेकिन अब उन पर पोताई कर पूर्व मंत्री उमेश पटेल का नाम लिख दिया गया है। ऐसा ही एक विवाद 8 फरवरी को ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में यात्रा के प्रवेश करने के दौरान भी विवाद देखने को मिला था। जहां पूर्व विधायक प्रकाश नायक VIP गेट से एंट्री नहीं मिलने पर गेट पर बैठकर धरना देने लगे थे।