श्रमिक संघ ने आंदोलन ली वापसः निकाले गए मजदूरों को बहाल व गेट पास जारी करने पर बनी सहमति
कोरबा 04 जनवरी। पुलिस द्वारा लाठी भांजने के बाद आक्रोशित मजदूरों ने काम में पहुंचने के बाद टूल डाउन आंदोलन जारी रखा। इसके साथ ही प्रबंधन के साथ श्रमिक संघ प्रतिनिधियों की वार्ता हुई। इसमें प्रबंधन ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं वेतनमान को लेकर उभरी असमंजस की स्थिति को निराकरण करने का आश्वासन दिया। इसके बाद श्रमिक संघ ने आंदोलन वापस लेने की घोषणा कर दी।
बालको में आऊटसोर्सिंग में कार्यरत मजदूरों को वेतन समझौता समेत अन्य मुद्दों पर निर्णय गोपनीय ढंग से लिया गया। जब इसे लागू किया गया, तब मजदूरों को इसकी जानकारी मिली। इस पर मजदूरों ने विरोध दर्ज कराया, साथ ही भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध बाल्को कर्मचारी संघ (बीकेएस) के साथ प्रबंध आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया। बीकेएस के महासचिव हरीश सोनवानी ने बताया कि मजदूरों के लांग टर्म सेटलमेंट (एलटीएस) कर लिया गया और इसकी जानकारी मजदूरों को ही नहीं दी गई। अब मजदूरों को नुुकसान होने लगा है, तो प्रबंधन को अवगत करा सुधारने कहा। इस पर प्रबंधन द्वारा अनसुना किया जा रहा है। मजदूरों द्वारा चार दिन से संयंत्र के अंदर टूल डाउन आंदोलन किया जा रहा है। इस दौरान प्रबंधन द्वारा समझाइश देने का प्रयास किया, पर मजदूर अपनी मांग पर अड़े रहे।
मंगलवार को मजदूरों ने रैली निकाल कर सीईओ के निवास जाकर ज्ञापन सौंपने व इंटक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने के बाद परसाभाठा में आमसभा करने का निर्णय लिया था। आमसभा के बाद मजदूर संयंत्र के गेट के समक्ष बैठ कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पुलिस ने लाठी भांजी। इससे मजदूर तितर- बितर होकर भाग निकले। बुधवार को मजदूरों में घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त रहा और ड्यूटी में जाने के बाद भी टूल डाउन आंदोलन में शामिल रहे। इधर प्रबंधन के साथ बीकेएस के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। इसमें प्रबंधन ने मजदूरों के एलटीएस समेत अन्य मुद्दों को शून्य करने का आश्वासन दिया। साथ ही जिन मजदूरों का ट्रांसफर किया गया और गेट पास निरस्त किए गए, उन सभी मजदूरों को वापस लेने का भी आश्वासन दिया।
सोनवानी ने बताया कि प्रबंधन से सकारात्मक वार्ता होने के बाद आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया गया। मजदूरों को भी इससे अवगत करा दिया गया है। वार्ता के दौरान प्रबंधन की ओर से मेटल के डिप्टी जीएम आरके सिंह, प्रशासनिक अधिकारी अवतार सिंह, एचआर की ओर से सुधीर तथा श्रमिक संघ प्रतिनिधियों में उद्योग प्रभारी आरएस जायसवाल, बीएमएस के जिलाध्यक्ष शरद नायर, अध्यक्ष आरएल चंद्रा, हरीश सोनवानी, आशीष चंद्रवंशी, आशीष कुंभकार,पवन शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। बाल्कों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियोजित ठेका मजदूरों के वेतन समझौता मामले में प्रबंधन अब बीकेएस से भी वार्ता करेगा। सोनवानी ने बताया कि बाल्को का कहना था कि मान्यता प्राप्त श्रमिक संघ से चर्चा करने के बाद ही मजदूरों के वेतनमान पर निर्णय लिया जा रहा है, पर मान्यता प्राप्त श्रमिक संघ की कार्यप्रणाली से मजदूरों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसका बीकेएस ने विरोध जताया है, साथ ही प्रबंधन से कहा है कि मजदूरों के संबंध में कोई भी निर्णय लेने से पहले बीकेएस को भी इसकी जानकारी देकर चर्चा की जाए, ताकि मजदूरों को उचित ढंग से लाभ मिल सके।