प्रदेश में बदली सत्ताः उपार्जन केेंद्रों में धान की आवक होगी तेज
कोरबा 04 दिसम्बर। 3100 प्रति क्विंटल की दर पर धान की खरीदी करने वाली भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ की सत्ता पर आसीन हो रही है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में किसानों के द्वारा धान की बिक्री उत्पादन केदो में की जाएगी। वे विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर रुके हुए थे।
कोरबा जिले में इस बार 69524 हेक्टेयर में किसानों के द्वारा धान की फसल ली गई है। बढ़ोतरी के साथ 62 जगह पर धान का उपार्जन करना सुनिश्चित किया गया है। 50244 किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन धान बेचने के लिए किया है। सरकारी कार्यक्रम के अंतर्गत 1 नवंबर 2023 से कोरबा सहित सभी जिलों में धान की खरीदी शुरू कर दी गई है लेकिन चुनाव संबंधी कारणों से चार दिन पहले तक 7056 मेट्रिक टन धान इन केदो में पहुंची है। एक महीना बीतने के बाद धान की यह क्वांटिटी ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह धान के पूर्व घोषित समर्थन मूल्य और बाद में चुनावी घोषणा के अंतर्गत दी जाने वाली राशि को माना जा रहा है। भारत सरकार ने विभिन्न प्रकार के अनाज की खरीदी के लिए अलग-अलग समर्थन मूल्य घोषित किया है जिसमें धान के लिए 2200 रुपए की राशि प्रति कुंतल के लिए फिक्स है। चुनावी सीजन में किसानों के लिए कांग्रेस और भाजपा के द्वारा आकर्षक ऑफर पेश किए गए थे। कांग्रेस ने 3200 का ऑफर दिया था तो भाजपा ने सरकार बनने पर 3100 रुपए की दर पर धान खरीदने की घोषणा की थी। चुनावी सीजन में यह सब हुआ था ऐसे में किस असमंजस में थी कि आखिर बिक्री अभी करें या बाद में। इसी का नतीजा रहा की एक महीने तक खेतों से काटी गई फसल उपार्जन केदो तक नहीं पहुंच सके। 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे सामने आने के साथ भाजपा की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। कोरबा जिले के धान खरीदी केदो से संबंधित कर्मचारी ने संभावना जताई है कि एक-दो दिन में टोकन के साथ-साथ धान आने की रफ्तार बढ़ सकती है। योजना के अनुसार जिन किसानों ने इससे पहले धान का विक्रय कर दिया है वे स्वाभाविक रूप से अंतर की राशि पाने के पात्र होंगे जबकि आगामी तिथि में उपार्जन करने वालों को नई दर से भुगतान होगा। जिले के सभी खरीदी केदो में आवश्यक तैयारी पहले से ही की जा चुकी है। इधर मौसम परिवर्तन और बारिश की संभावना को ध्यान में रखने के साथ नियंत्रण को लेकर जरूरी जतन किए जा रहे हैं।
कृषि क्षेत्र के साथ-साथ राजनीति में माहिर लोगों ने प्रदेश में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार की जीत को लेकर कहां है कि इसके पीछे कई फैक्टर प्रभावि रहे। विशेष रूप से किसानों के मामले में समर्थन मूल्य का एकमुश्त भुगतान किया जाना लोगों को ज्यादा अट्रैक्ट कर गया। बार-बार की झंझट को लेकर बीते वर्षों में परेशान होने वाले किसानों में भाजपा की यह घोषणा अपील कर गई।