(वीआरएस) लेने वाले कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने का झांसा दे 16.40 लाख की ठगी

कोरबा 27 नवम्बर। बाल्को की चोटिया कोयला खदान से स्वैच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) लेने वाले कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने का झांसा देकर 16.40 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगी के शिकार पूर्व कर्मचारियों ने पुलिस अधीक्षक कोरबा और बांगो थाना में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि बाल्को कंपनी ने अपनी चोटिया खदान को बंद कर दिया था। साथ ही यहां कार्यरत 39 कर्मचारियों ने अक्टूबर 2020 में वीआरएस फार्म दिया था।

इसके बाद कंपनी ने सभी को वीआरएस दे दिया। इसमें चोटिया, कोरबी, जलके, बनिया और इसके आसपास स्थित अन्य गांव के भू- विस्थापित कर्मचारी शामिल थे। सेवानिवृत्ति से पहले वीआरएस मिलने से खदान से प्रभावित कर्मचारियों की आर्थिक स्थित डगमगाने लगी। इस बीच बाल्को कंपनी ने चोटिया कोयला खदान से दोबारा खनन शुरू किया। वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों ने दोबारा काम की तलाश शुरू की, तभी उनकी मुलाकात ग्राम गुरसिया में रहने वाले रोशन बघेल से हुई। रोशन ने वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को बताया कि उसकी पहुंच मंत्रालय तक है और वह दोबारा काम पर रखा देगा। इसके लिए रुपए लगेंगे। इस पर पूर्व कर्मचारी झांसे में आ गए। अलग- अलग किस्तों में 39 कर्मचारियों ने दोबारा काम मिलने की आस में बघेल को 16 लाख 40 हजार रुपये प्रदान किया।

इसमें पहला किस्त मार्च में सात लाख 80 हजार रुपये, दूसरा किस्त अप्रैल में सात लाख 40 हजार रुपये व तीसरा किस्त एक लाख 20 हजार रुपये अक्टूबर में दिया। कई माह गुजर गए, पर उन्हें चोटिया में दोबारा काम नहीं मिला। पहले तो बघेल आज कल का हवाला देकर टालता रहा। बाद में काम कराने से इंकार कर दिया। प्रभावितों को रुपये लौटाने से भी मना कर दिया। इससे लोगों में नाराजगी व्याप्त हो गई। ठगी होने का एहसास होने पर कमलेश निवासी जलके, सुरेंद्र ग्राम जजगी, विनोद ग्राम चोटिया, प्रदीप जांजगीर चांपा पंतोरा समेत अन्य कर्मचारियों ने बघेल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और ठगी का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की है।

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