उपार्जन केन्द्रों में शुरू हुई धान की आवक, बायोमेट्रिक से सत्यापन अनिवार्य

कोरबा 18 नवम्बर। कोरबा जिले के उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी शुरू हुए एक पखवाड़े हो गए हैं, लेकिन अभी तक धान की आवक में तेजी नहीं आई है। हालांकि शासन ने धान खरीदी की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए बायोमेक्ट्रिक्स से सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। मशीनें सभी उपार्जन केंद्रों में पहुंची चुकी है। अब इसी माध्यम से ही धान की खरीदी होगी।

जिले में धान खरीदी एक नवंबर से शुरू हो गई थी, लेकिन बायोमेट्रिक्स मशीन नहीं पहुंची थी। इस कारण पखवाड़े भर से उपार्जन केद्रों में बिना बायोमेट्रिक्स से धान की खरीदी की गई। लेकिन अब किसानों को बायोमेट्रिक्स मशीन में थंब लगाना होगा। इसके बाद धान की खरीदी की जाएगी। इसके लिए जिले केे सभी 65 उपार्जन केंद्रों में मशीनें पहुंच गई है।

बायोमेट्रिक्स मशीन को तौल मशीन के साथ अपडेट किया जा रहा है। इधर उपार्जन केंद्रों में धान की आवक कम है। 15 दिनों के भीतर 998 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। गौरतलब है कि विगत दिनों तक उपार्जन केंद्रों में मशीन नहीं पहुंचने की वजह से पुरानी पद्धति से धान की खरीदी की जा रही थी। किसान धान की कटाई में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि 50 फीसदी धान की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है। अब धान की मिसाई सहित अन्य कार्य में जुटे हुए हैं। इससे कुछ दिनों के बाद धान खरीदी में तेजी आने की उम्मीद लगाई जा रही है।

जिले में दो साल पहले 49 उपार्जन केंद्र थे। इस साल पांच नए उपार्जन केंद्र के साथ दो साल के भीतर 16 नए केंद्र बनाए गए हैं। इससे किसानों को लंबी दूरी का चक्कर काटने से राहत मिली है। किसानों का परिवहन खर्च भी कम हुआ है। इसे लेकर किसानों में उत्साह है

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