धनतेरस पूजा के साथ पांच दिन का दिपावली पर्व आरंभ
कोरबा 09 नवंबर। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस पूजा के साथ पांच दिन का दिपावली पर्व आरंभ हो जाएगा। त्रयोदशी तिथि शुक्रवार को दोपहर साढे 12 बजे से शुरू होकर 11 नवंबर को दोपहर 1.57 बजे तक रहेगी। धनतरेस प्रदोष काल में होती है। धनवंतरी माता की विधि.विधान से पूजा.अर्चना के लिए दोपहर का मुहूर्त अत्यंत लाभकारी माना जा रहा है। इस दिन शुक्र चंद्रमा कन्या राशि में होंगे।
धनतेरस पर इस बार कई शुभ संयोग बन रहे हैं। हस्त नक्षत्र भी रहेगा, जो कारोबारियों को अपार धनलाभ करवाने वाला योग है। हस्त नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा हैं। इस नक्षत्र में की खरीदी अत्यंत शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्य दशरथ नंदन ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर साढे़ 12 बजे कलश स्थापना के साथ धनवंतरी माता की पूजा.अर्चना के लिए अत्यंत शुभ मुहूर्त है। इस दिन बर्तनए सोनाए चांदीए वाहन प्रापर्टीए इलेक्ट्रॉनिक्सए कपड़ा सहित कोई भी वस्तु खरीदी करना शुभ और समृद्धि आती है। पूजा के बाद गिलोय का एक चम्मच रस पीने से स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। इससे आयु वृद्धि होती है।
धनतेरस का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर को दोपहर साढे बजे से शुरू होगी। शनिवार को दिन में 1ण्57 तक प्रभावी रहेगा। पर्व को लेकर कारोबारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रतिष्ठानों को रंग.बिरंगे फूलए मालाओं के साथ झालर लाइटों से साज.सज्जा किया जा रहा है। यह ग्राहकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सराफाए ऑटोमोबाइलए इलेक्ट्रॉनिक्सए वस्त्र सहित अन्य बाजार गुलजार होने लगा है।
सैंकड़ों वर्षों बाद इस बार अमावस्या दो दिन पड़ रही है। इस संयोग से दीपावली का उत्साह और उमंग इस बार छह दिनों का रहेगा। इसे लेकर लोगों में खासा उत्साह है। 10 नवंबर को धनवंतरी माता की पूजन के साथ दीपावली की शुरूआत होगी। अमावस्या तिथि दो दिन यानी रविवार और सोमवार दोनों दिन है। रविवार को रात्रिकालीन अमावस्या तिथि पर दीपावली की पूजा.अर्चना की जाएगी। गोवर्धन पूजा 14 नवंबर को की जाएगी। 15 नवंबर को भाई दूज के साथ दीपावली पर्व का समापन होगा