कांग्रेस का रेल रोको आंदोलन स्थल में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही नगण्य
कोरबा 14 सितम्बर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस का रेल रोको आंदोलन कोरबा में महज औपचारिक होकर रह गया। कांग्रेस नेताओं ने रेलवे प्रबंधन को व्यवस्था में सुधार करने की मांग से संबंधित एक ज्ञापन सौंप और आंदोलन समाप्त की घोषणा कर दी। इस दौरान पटरी पर ना तो कोई ट्रेन आई और ना ही कांग्रेस को ट्रेन रोकने का मौका मिला।
पीसीसी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कोरबा ने मंगलवार को शाम 3.00 बजे रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। अव्वल तो निश्चित समय तक आंदोलन स्थल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपस्थिति नगण्य रही। इसी वजह से लगभग 1 घंटे तक कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक के किनारे बनाए गए पंडाल में बैठे रहे। बाद में उपस्थित कुछ ज्यादा हुई तो एक बैनर लेकर कुछ कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक पर चले गए और लगभग 5 मिनट तक नारेबाजी करते रहे इसके बाद सभी कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक छोड़कर पंडाल में वापस लौट गए। इसके बाद कांग्रेस की ओर से रेलवे प्रबंधन को एक ज्ञापन सौंप गया और आंदोलन समाप्त कर दिया गया। इस आंदोलन के लिए पड़ोसी जिला रायगढ़ के धर्म जयगढ़ क्षेत्र से कांग्रेस विधायक लालजीत सिंह राठिया को प्रभारी बनाया गया था। विधायक राठिया भी निर्धारित समय से विलंब से आंदोलन स्थल पर पहुंचे।
इस आंदोलन में जिले के प्रमुख कांग्रेस नेता और जनप्रतिनिधि अनुपस्थित रहे। कोरबा विधायक और प्रदेश के राज्य मंत्री जयसिंह अग्रवाल जिले से बाहर प्रवास पर रहे। जिले के दो अन्य विधायक पुरुषोत्तम कंवर और मोहित राम केरकेट्टा आंदोलन में शामिल नहीं हुए। कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत नगर में रहते हुए भी आंदोलन में शामिल नहीं हुई। महापौर राजकिशोर प्रसाद भी शहर में मौजूद थे, मगर आंदोलन से नदारद रहे।