कटघोरा वनमण्डल में हाथियों का उत्पात जारी.. ग्रामीणों की फसल व सम्पत्ति को भारी नुकसान

कोरबा 26 अगस्त। जिले के कटघोरा एवं कोरबावन मंडल में हाथी समस्या का स्थायी समाधान नही हो पा रहा है। यहां के जंगलो में बड़ी संख्या में हाथी सक्रिय है। उत्पात मचाकर ग्रामीणों के फसल व मकान को क्षति पहुंचा रहे है। जिससे ग्रामीण परेशान है कई बार उनकी जान पर भी आफत आ जाती है। ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन व वन विभाग से समस्या के समाधान के लिए लगातार गुहार लगाई जा रही है। लेकिन तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही वन विभाग जिससे ग्रामीण हाथी समस्या को झेलने मजबूर है।

जानकारी के अनुसार कटघोरा वन मण्डल के पसान व एतमा नगर रेंज में लगभग तीन दर्जन से अधिक की संख्या में हाथी घूम रहे है। इनमें से 30 हाथी एतमा नगर रेंज के सरभोंका सर्किल तथा 7 हाथी पसान रेंज के बनिया गांव में है। बनिया के जंगल में मौजूद हाथी फिलहाल शांत है। लेकिन एतमा नगर रेंज में सक्रिय हाथियो का दल उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। इस दल ने जहां सरभोंका सर्किल के चूना भट्टी गांव में गुरूवार की रात बस्ती में पहुंचकर चार ग्रामीणों के मकान को ढहा दिया था। वहीं बीती रात रावण भांठा-गौर छापर में ग्रामीणों के खेतो में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाया और वहां लगे धान के थरहे व फसल को बुरी तरह रौंद दिया जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। हाथियो द्वारा क्षेत्र में उत्पात मचाए जाने से ग्रामीण काफी दहशत में है। वन विभाग द्वारा नुकसानी का आकलन शुरू कर दिया गया है। हाथियो के ताजा उत्पात में हजारों रूपए के नुकसान का अंदाजा लगाया गया है। हालाकि वास्तिविक स्थिति आकलन के पश्चात स्पष्ट हो सकेगी। इधर कोरबा वन मंडल के कुदमुरा व करतला रेंज में पिछले दो दिनों के दौरान उत्पात मचाकर ग्रामीणों व वन विभाग के नाक में दम कर देने वाला 32 हाथियों का दल बीती रात धरमजयंगढ़ लौट गया । हाथियो के दल ने लौटने से पहले कुदमुरा में आधा दर्जन से अधिक किसानों के फसल को रौंदकर तहस-नहस कर दिया। हाथियों के अन्यत्र जाने से ग्रामीणों व वन विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है।

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