अग्रसेन भवन में दो संस्थाओं ने मिलकर 11 दिव्यांग जोड़ों का कराया विवाह

कोरबा 24 जून। कभी कभी समाज में ऐसे कार्यक्रम होते है जो समाज को प्रेरणा देने के साथ अविस्मरणीय बन जाते हैं। प्रकृति की अनुपम सौगात माने जाने वाले दिव्यांग परिणय सूत्र में जब बंध रहे थे तो कोरबा के दिग्गज और समाजसेवी अपने दोनों हाथों से आशीर्वाद दे रहे थे। रोटरी क्लब और अग्रवाल सभा के संयुक्त तत्तावधान में अभूतपूर्व वातावरण में 11 दिव्यांग जोड़े परिणय सूत्र में बंध गये। यहां उपस्थित लोंगो में नवदाम्पत्य जोड़ो को आशीर्वाद के साथ सौगात भी दी। अग्रसेन भवन इस पूण्य कर्म से अपने आप को गर्व महसूस कर रहा था।

यहां यह बताया लाजिमी होगा कि रोटरी क्लब कोरबा पिछले 47 वर्षों से लगातार समाज के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निशक्तजन की सेवा में लगा हुआ है। रोटरी क्लब कोरबा दिव्यांगों के उत्थान के लिए भी लगातार कार्य कर रहा है। दिव्यांग विद्यालय संचालित कर दिव्यांगों को शिक्षा के साथ साथ उनकी प्रतिभाओं को भी निखार रहा हैं। यह सेवा कोई मामूली नही हैं। क्लब द्वारा कृत्रिम हाँथ पैर लगाने का एक बड़ा आयोजन गत दिसंबर में कोरबा में किया गया जो कि अपने आप में शहर में ऐसा पहला कार्यक्रम था, जिससे 100 से अधिक दिव्यांगों के चेहरो पर मुस्कान बिखर गई थी और हंसते हंसते अपने घर रवाना हुए थे।

उक्त कार्यक्रम में देशभर के 100 लाभार्थियों को कृत्रिम पैर और 100 लाभार्थियों को कृत्रिम हाँथ लगाए गए और लगातार दूसरे शहर के रोटेरियन को इस महान सेवा कार्य हेतु उत्साहित किया जा रहा है तथा यदि कोई इच्छुक है तो उसे पूरी मदद भी की जाती है। इसी क्रम में रोटरी क्लब एवं अग्रवाल सभा द्वारा कोरबा में एक बड़ा आयोजन किया गया। अग्रसेन भवन कोरबा में 11 दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह किया गया। गत छह महीनों से इन जोड़ों की खोज की गई और पूरे दस्तावेज आदि जाँच करने के पश्चात अब यह शुभ अवसर आया। इसमें कोरबा जिले के बाहर के भी जोड़े है कोरबा जि़ले के दो जोड़े, महासमुंद जि़ले से 6 जोड़े, रतनपुर, बाराद्वार के दो जोड़े, इस प्रकार पूरे ग्यारह जोड़ो का सामुहिक विवाह संपन्न हुआ। दिनांक 22 जून को सभी जोड़े कोरबा पहुँच गये और उनका गर्मजोशी से स्वागत सत्कार किया गया, रात्रि को जैसी परंपरा रही है। रोटरी क्लब की महिला सदस्यों और अग्रवाल सभा की सदस्यों ने मिलकर भजन का संगीत संध्या प्रस्तुत किया जिससे सभी आगंतुक वर वधू अत्यंत ही प्रसन्न दिखें।

इस अवसर पर आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था द्वारा भजन प्रस्तुत किया और 23 तारीख को सुबह 11.00 बजे धूमधाम से बारात निकाली गई जिसमें सभी रोटेरियन एवं अग्रवाल सभा के सदस्य शामिल हुए। छह इलेक्ट्रिक ऑटो को सजाया गया और गाजे बाजे के साथ बस स्टैंड से बारात निकाली गई। अग्रवाल सभा अध्यक्ष श्रीकान्त बुधिया ने उनके रहने एवं भोजन की व्यवस्था अग्रवाल समाज की तरफ़ से की। इसके अलावा उन्होंने पूरे समय रह कर सभी का मनोबल बढ़ाया और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। अग्रवाल सभा ने भी सभी जोड़ों को अपनी तरफ़ से नगद एवं विभिन्न उपहार भेंट कर दिव्यांग नवदंपतियों को सुखमय दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं दी।

Spread the word