SECL की कोयला खदान से प्रतिदिन करोड़ों रुपयों की डीजल चोरी, श्रमिक नेताओं ने प्रबन्धन को सौंपा ज्ञापन
कोरबा 24 मई। संयुक्त केंद्रीय श्रमिक संगठन ने बुधवार को साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की दीपिका कोयला खदान से बेरोकटोक हो रही डीजल चोरी और डीजल चोरों द्वारा एसईसीएल कर्मचारियों पर किए जाने वाले प्राण घातक हमलों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और दीपका क्षेत्र के महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर कामगारों को सुरक्षा दिए जाने की मांग की।
संयुक्त केंद्रीय श्रमिक संगठन में एचएमएस, बीएमएस, इंटक, सीटू और एटक श्रमिक संगठन शामिल हैं। दीपिका महाप्रबंधक को दिए गए ज्ञापन में श्रमिक नेताओं ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में सक्रिय डीजल चोर दुस्साहस पूर्वक डंपर, ट्रिपर और डीजल से चलने वाली मशीनों को रोककर डीजल की चोरी कर रहे हैं और प्रबन्धन मौन है।
ज्ञापन में कहा गया है कि रात्रि पाली में डंपर ऑपरेटरों से मारपीट कर और उनका मोबाइल छीन कर डंपर से डीजल निकालकर ले जाया जा रहा है। डीजल चोर डंपर की केबिन पर पत्थरों से हमला करते हैं जिसके चलते किसी ऑपरेटर की मौत भी हो सकती है। श्रमिक नेताओं के अनुसार एसईसीएल ने खदान की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ की तैनाती कर रखी है और प्रति माह लाखों रुपए खर्च कर रहा है लेकिन इस तैनाती का कोई नतीजा हासिल नहीं हो रहा है। बल्कि चोरी की घटनाएं और अधिक धड़ल्ले से हो रही हैं।
संयुक्त केंद्रीय श्रमिक संगठन ने एसईसीएल कर्मचारियों की पूर्ण सुरक्षा की मांग की है ताकि वह बिना किसी डर भय के कोयला का उत्पादन कर सकें। श्रमिक नेताओं ने चेतावनी दी है कि डीजल चोरों पर अंकुश नहीं लगाया जाता और किसी श्रमिक पर पुनः हमला होता है तो संयुक्त केंद्रीय श्रमिक संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी एसईसीएल प्रबंधन की होगी। श्रमिक नेताओं के अनुसार वर्तमान में दीपका क्षेत्र में प्रतिमाह करोड़ों रुपयों की डीजल की चोरी हो रही है। डीजल चोरी के कारण खदान के उत्पादन पर विपरीत असर पड़ रहा है जिसका सीधा प्रभाव विद्युत संयंत्रों पर पड़ रहा है। दीपका खदान से एनटीपीसी सहित अन्य विद्युत संयंत्रों और उद्योगों को कोयले की आपूर्ति की जाती है।
यहां उल्लेखनीय है कि गत 20 मई को एसईसीएल दीपका कोल माइंस में घुसे चोरों ने डंपर पर पथराव कर दिया था, जिससे डंपर के कांच क्षतिग्रस्त हो गए। पथराव में एक कर्मचारी घायल भी हो गया। घटना की सूचना पर अफसर मौके पर पहुंचे। मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस से भी की गई है।
जानकारी के मुताबिक घटना गत 20 मई को रात्रि पाली में लगभग 4 बजे सामने आई है। इस दौरान ड्यूटी कर रहे डंपर ऑपरेटरों का डीजल चोरों से सामना हो गया। 229 सावेल के जंक्शन के पास चोरों ने अचानक हमला कर दिया। उन्होंने वहां खड़ी 586 और 578 डंपर में पथराव कर दिया। पथराव में केबिन के ग्लास टूट गए। घटना में डंपर ऑपरेटर अनुराग घायल हो गया। डंपर ऑपरेटर हीरालाल पर भी डीजल चोरों ने हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि डंपर ऑपरेटर का मोबाइल भी चोरों ने छीन लिया। घटना में एक ऑपरेटर के आंखों के पास कांच के टुकड़े टूटकर घुस गए। किसी तरह ऑपरेटरों को हॉस्पिटल भेजा गया। उसके बाद गेवरा के अधिकारी की मौजूदगी में उत्पादन को फिर से शुरू किया गया।
उल्लेखनीय है कि एसईसीएल गेवरा, दीपका, कुसमुंडा कोल इंडिया की मेगा परियोजना होने के कारण खदान के अंदर बड़ी बड़ी मशीनें उत्पादन के कार्य में लगी रहती है। जिसमें हर रोज हजारों लीटर डीजल का उपयोग होता है। इस डीजल की चोरी की नियत से डीजल चोर खदानों के अंदर पहुंच कर बलपूर्वक चोरी को अंजाम देते हैं। दीपका, गेवरा और कुसमुंडा की कोयला खदानों की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ और त्रिपुरा राइफल्स के जवानों की तैनाती है। इनकी मौजूदगी के बाद भी डीजल चोरी की घटनाएं सामने आ रही है।