शराब घोटाला: त्रिपाठी और ढिल्लो फिर ED की रिमांड पर
रायपुर 23 मई। प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने मंगलवार को शराब घोटाले मामले में दो आरोपियों को पेश किया । इनमें आबकारी विभाग के बड़े अफसर ए पी त्रिपाठी और शराब कारोबारी त्रिलोक ढिल्लों शामिल थे। करीब 2 घंटे चली सुनवाई के बाद अदालत ने दोनों को ईडी की रिमांड पर फिर से भेज दिया।
करीब 10 दिनों से दोनों ईडी की रिमांड पर रह चुके हैं। मंगलवार बचाव पक्ष के वकीलों ने राहत मिलने पर जोर लगाया। मगर बात नहीं बनी। इन्हें राहत नहीं मिली और फिर से पूछताछ के लिए ईडी इन्हें अपने साथ ले गई। अदालत ने त्रिलोक को 2 दिन और एपी त्रिपाठी को 3 दिन की रिमांड पर सौंपा है।
रायपुर में न्यायधीश अजय सिंह की विशेष अदालत में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दावा किया गया कि इन्हें कस्टडी में रखकर ही पूछताछ की जा सकती है। ED को शराब घोटाला मामले में कुछ अहम दस्तावेज और ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है जो ढिल्लों और ए पी त्रिपाठी की जानकारी में है। इन्हीं से संबंधित पूछताछ के लिए अदालत से समय मांगा गया, जो मिल गया। प्रवर्तन निदेशालय ने प्रदेश में 2000 करोड़ से अधिक के शराब घोटाला होने का दावा किया है। जिसमें इन आरोपियों की संलिप्तता बताई गई है।
सोमवार को इसी मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संपत्तियां जब्त की। आधिकारिक जानकारी में कहा गया कि, अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अफसर अनिल टुटेजा से 121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति अटैच की गई है। शराब घोटाला मामले में अब तक प्रदेश में कुल 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इसमें कैश, एफडी भी होल्ड किए गए हैं।
मंगलवार को संपत्ति अटैच मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इससे पहले हम लोगों ने कई बार पूछा कि क्या कार्रवाई कर रहें हैं बताएं। किसके यहां से क्या मिला ये पूछे जाने पर ED के लोग जानकारी नहीं देते थे। अब पहली बार इसकी जानकरी दी गई है कि किसकी कितनी संपत्ति पर कार्रवाई की है।