एसईसीएल बगदेवा माइंस में हादसा, यूडीएम ऑपरेटर और सहायक घायल

कोरबा 16 मई। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत बगदेवा अंडरग्राउंड माइंस में हुए जबरजस्त हादसे में यूडीएम ऑपरेटर और उसका एक सहायक गंभीर रूप से घायल हो गया। मिसफायर शार्टहोल के कारण यह घटना हुई। आनन-फानन में कॉलरी प्रबंधन और माइंस रेस्क्यू सेंटर को इसकी जानकारी दी गई। जिसके बाद पीडि़तों को फौरी तौर पर ढेलवाडीह के विभागीय अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई गई। स्थिति के आधार पर उन्हें अपोलो बिलासपुर रेफर किया गया।

सोमवार की शाम हुई घटना की जानकारी काफी विलंब से सार्वजनिक हुई और इसके बाद इसके अपडेट को जानने के लिए काम किया गया। जिले में सबसे अधिक अंडरग्राउंड माइंस कोरबा क्षेत्र में संचालित हो रही है और इन्हीं में से एक बगदेवा माइंस में सोमवार को यह हादसा हुआ। अंडरग्राउंड माइंस में कोयला खनन के लिए अपनाई जाने वाली रूफ बोल्टिंग पद्धति पर लगातार काम किया जा रहा है। इसके अंतर्गत निश्चित जगह पर होल करने के साथ उसमें विस्फोटक पदार्थ की मात्रा भरी जाती है और फिर टाइमिंग सेट करने के साथ यहां ब्लास्ट किया जाता है। अनुकूलता की स्थिति में सबकुछ बेहतर होता है जबकि किसी भी कारण से हुई गलती अथवा लापरवाही के नतीजे गंभीर हो जाते हैं। खबर के मुताबिक ऐसा ही कुछ बीते दिवस हुआ जिसमें मिसफायर शॉर्टहोल के चक्कर में गंभीर घटना हो गई। बताया गया कि बगदेवा माइंस के 64एलएन/8डी फेस में यह सब हुआ। यहां पर जिस समय ड्रिलिंग की जा रही थी तभी अचानक शॉर्टहोल हो गया। यह सब बहुत जल्द हुआ और इसके प्रभाव से यहां पर काम कर रहे यूडीएम ऑपरेटर कौशल प्रसाद और सहायक विजय सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। खदान के भीतरी हिस्से में हुई दुर्घटना की जानकारी आसपास में मौजूद माइनिंग स्टाफ को जल्द ही हो गई थी। उन्होंने संबंधित क्षेत्र का जायजा लिया तो वे चौक गए। वहां पर दो कर्मी घायल पड़े थे। संबंधित कर्मियों ने इस बारे में बगदेवा के कॉलरी प्रबंधन सहित सबएरिया मैनेजर को अवगत कराया। काफी शीघ्रता से एंबुलेंस के जरिए दोनों पीडि़त कर्मियों को 10 किलोमीटर दूर ढेलवाडीह के विभागीय अस्पताल भिजवाया गया जहां पर आपातकालीन चिकित्सा उपलब्ध कराई गई। हादसे में आई चोटों और पीडि़तों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उन्हें फौरन अपोलो अस्पताल बिलासपुर के लिए रेफर किया गया। एसईसीएल की खदान में हुए हादसे ने प्रबंधन को सकते में ला दिया है जबकि खदानों में काम करने वाले कर्मियों को भयभीत किया है।

स्वाभाविक रूप से इस मामले की जांच डायरेक्टर जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी की टीम करेगी। खदानों में होने वाले सभी तरह के हादसों की जांच करने के साथ जवाबदेही तय करने का दायित्व डीजीएमएस को दिया गया है। जांच के साथ आगे की कार्यवाही करने का विधान है। बगदेवा में जो घटना हुई उसके पीछे के कारण और वास्तविक तथ्यों को सामने लाने का काम आगामी दिनों में डीजीएमएस करेगा। बगदेवा माइंस में कुछ समय पहले जिस स्थान पर ड्रील करने के साथ विस्फोटक भरा गया था, संभवत: उसकी कुछ मात्रा छूटी हुई थी। संबंधित जगह को घटना के दौरान लोकेट नहीं किया जा सका और वहीं पर ब्लास्ट हो गया। घटना में दो कर्मी घायल हुए हैं। उनके बारे में लगातार अपडेट लिया जा रहा है। मैं स्वयं इस बारे में जानकारी हासिल कर रहा हूं।
बीएन सिंह, सीजीएम, कोरबा

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