कोरबा 15 मार्च। बड़ी संख्या में कोयला वाहनों की दिन-रात आवाजाही से कोल डस्ट की उपस्थिति और इसके चलते हो रही परेशानी का समाधान नहीं होने पर नाराज लोग आज सड़क पर उतर गए। उन्होंने यहां परसाभाठा मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया। इस बारे में पहले ही पुलिस और प्रशासन को अवगत कराया गया था।

समस्या ये है कि शांति नगर इलाके में रहने वाली जनता कूलिंग टॉवर के शोर से कई दशक से परेशान हैं। वर्तमान में नई समस्या कोयला वाहनों के डस्ट को लेकर बनी हुई है। इसका जमावड़ा न केवल सड़क पर हो रहा है बल्कि आसपास के इलाके को प्रदूषित और प्रभावित कर रहा है। कोयला वाहनों के परिचालन के लिए जो रास्ता बनाया गया है उससे लगा हुआ आवासीय क्षेत्र है। लोग बताते हैं कि दिन और रात में यहां से होकर कोयला ट्रांसपोर्ट में लगे वाहन निकलते हैं। एनजीटी की व्यवस्था को ठेंगा दिखाने के साथ ये वाहन बिना ढंके कोयला परिवहन करते हैं। ऐसे में वाहन के डाला के निचले हिस्से से कोयला डस्ट न केवल नीचे गिरती है बल्कि उपरी हिस्सा खुला होने के कारण हवा के संपर्क में आने से डस्ट बड़े हिस्से को अपने संपर्क में लेकर प्रभावित करती है। समय के साथ इस तरह की परेशानियां बढ़ रही है और लोगों के लिए सिरदर्द पैदा कर रही है। लोगों का कहना है कि पिछली समस्या को लेकर मुआवजा देने की बात हुई थी जिस पर आगे न तो विचार हुआ और न ही कार्रवाई। ऐसे में उन्हें कई मंचों पर अपनी बात रखनी पड़ी। रुपए खर्च करने पड़े और समय गंवाना पड़ा। कुल मिलाकर लोगों के समक्ष कई प्रकार की दुश्वारियां बनी हुई है। कोई विकल्प नहीं निकलने पर क्षेत्र के लोगों ने अल्टीमेटम देने के बाद आज सड़क पर प्रदर्शन किया और अपनी नाराजगी एक बार फिर जताई। लोगों का आरोप है कि गलत तरीके से हो रहे कामकाज को प्रश्रय देते हुए व्यापक जनहित की अनदेखी की जा रही है। लोगों ने ऐलान किया कि अगर यहां से जुड़ी दिक्कतों को अंतिम रूप से निराकृत नहीं किया जाता है तो वे इसके लिए बड़ी लड़ाई लडऩे के लिए मानसिकता बनाएंगे।

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