बीएमएस जल्द करेगा आंदोलन का शंखनाद, एसईसीएल के सभी संचालित कोयला कामगारों को किया जाएगा जागरूक

कोरबा 16 फरवरी। कोयला खदानों के बाहर गेट मीटिंग लेकर बीएमएस के आंदोलन की शंखनाद होगी। पहले चरण में एसईसीएल के जिले में संचालित सभी चारों एरिया के खदानों में काम करने वाले कोयला कर्मचारियों को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान अधिकारों को पाने आगे संघर्ष के लिए तैयार रहने एकजुट किया जाएगा।

बीएमएस के महामंत्री सुधीर घुरडे के कोयला सचिव को लिखे पत्र के बाद संगठन ने स्थानीय स्तर पर तैयारी शुरू की है। कोयला कर्मियों के हित में लड़ाई लडऩे तैयार रहने खदानों के बाहर 19 फरवरी से 21 फरवरी तक गेट मीटिंग लेकर कोयला कामगारों को जागरूक किया जाएगा। बैठक में संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी है। वेतन समझौते पर बनी सहमति को जल्द मंजूरी और नॉन एमजीबी के मुद्दे पर भी जल्द सहमति बनाने बीएमएस की मांग है।

बीएमएस के पदाधिकारियों ने बताया कि एमजीबी पर सहमति बनने के बाद कोल इंडिया प्रबंधन कोयला कर्मियों के वेतन समझौते के अन्य मुद्दे पर पहल करने के बजाय बेवजह की देरी कर रही है। जेबीसीसीआई की 8 बैठकों के बाद फैसले आने के बाद अब की जा रही देरी पर भी कोल कर्मियों के नाराजगी है। जुलाई 2021 से कोयला कामगारों का नया वेतनमान लागू होना है। मगर 19 माह का लंबा समय गुजरने के बाद भी अब भी इस लाभ से कर्मचारी वंचित हैं। बैठक में बीएमएस छत्तीसगढ़ के उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल, महामंत्री अशोक सूर्यवंशी, नवरतन बरेठ मौजूद रहे।

कोयला खदान मजदूर संघ बिलासपुर के अध्यक्ष टिकेश्वर राठिया ने बताया कि बैठक में गेट मीटिंग की तैयारी पर चर्चा हुई है। इसमें अन्य श्रमिक संगठन भी शामिल हो इसके लिए संपर्क कर रहे हैं। सभी यूनियनों का साथ मिलने पर कोयला कर्मियों के हित में बेहतर तरीके से आवाज बुलंद कर पाएंगे।

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