कलेक्टर श्री झा की विशेष पहल से नौ हजार से अधिक लोगों का हुआ फौती नामांतरण
फौती दर्ज होने से धान बेचने में होगी सहुलियत, शासकीय योजनाओं का भी आसानी से मिलेगा लाभ
राजस्व शिविरों के माध्यम से मृत्यु पंजी के आधार पर की गई फौती नामांतरण की कार्यवाही
कोरबा 4 जनवरी। कलेक्टर श्री संजीव झा की विशेष पहल से जिले के नौ हजार 721 लोगों का आसानी से फौती नामांतरण किया गया है। फौती नामांतरण होने से किसानों को समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचने के लिए पंजीयन कराने में आसानी होगी। साथ ही अन्य शासकीय योजनाओं का भी लाभ आसानी से मिलेगा। कलेक्टर श्री झा ने जिले वासियों की लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए गांव-गांव में विशेष राजस्व शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोगों को राजस्व संबंधी प्रकरणों में राहत दिलाने के लिए संवेदनशीलता और गंभीरता से समस्याओं के निराकरण करने के निर्देश सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं राजस्व अमलो को दिए हैं। लोगों को फौती नामांतरण के लिए बार-बार कार्यालयों में भटकना ना पड़े इसके लिए सरल प्रक्रिया अपनाकर तेजी से प्रकरणों के निराकरण के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही है। खातेदारों के मृतक होने से धान बेचने तथा जमीन खरीदी बिक्री करने में परेशानी होती थी। साथ ही जमीन की खरीदी-बिक्री करने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। इन सभी परेशानियों को दूर करने के लिए कलेक्टर श्री झा ने ग्राम पंचायत में संधारित मृत्यु पंजी से जानकारी लेकर फौत हुए ग्रामीणों का फौती नामांतरण दर्ज कर शिविर के माध्यम से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलों में विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया गया। गांव-गांव में मुनादी कराकर लोगों को शिविर में राजस्व समस्याओं के निराकरण की जानकारी दी गई। पटवारी के माध्यम से फौत हुए लोगों का फौती नामांतरण दर्ज किया गया। इससे लोगों को बार-बार तहसील कार्यालय जाना नहीं पड़ा। राजस्व अमलो द्वारा सरल प्रक्रिया अपनाकर काफी कम समय में नौ हजार से अधिक लोगों का फौती नामांतरण किया गया।
संयुक्त कलेक्टर श्री शिव बनर्जी ने बताया कि विशेष राजस्व शिविर के माध्यम से अधिक संख्या में फौती नामांतरण के प्रकरणों का निराकरण लगातार किया जा रहा है। प्रशासन के स्वत: संज्ञान और शिविर के माध्यम से ग्राम जमनीपाली निवासी स्वर्गीय भागवत सिंह के वारिसानों का फौती नामांतरण किया गया। भागवत सिंह के वारिसान शैलेष कुमार को पटवारी कार्यालय में बी-1 कॉपी दिया गया। लगभग छह एकड़ रकबे के भू-स्वामी शैलेष कुमार, रवि कुमार, सुशील कुमार एवं सुनील कुमार के पिता की मृत्यु हो गई थी। उनकी मृत्यु के पश्चात् फौती नामांतरण नहीं होने से धान बेचने और अन्य योजनाओं के लाभ लेने में दिक्कत हो रही थी। प्रशासन की पहल से मृत्यु पंजी से जानकारी लेकर प्रकरण दर्ज किया गया। साथ ही फौती नामांतरण की कार्यवाही की गई । राजस्व शिविर के माध्यम से दर्ज प्रकरण का निराकरण तेजी से किया गया। फौती नामांतरण हो जाने से अब स्वर्गीय भागवत सिंह के जमीन में उपजाए धान उनके वारिसान समर्थन मूल्य पर बिक्री कर सकेंगे। साथ ही उनको राजीव गांधी किसान न्याय योजना का भी लाभ आसानी से मिल सकेगा।