पाली तानाखार विधायक श्री केरकेट्टा और कलेक्टर श्रीमती साहू ने बच्चों को विटामिन ए की सिरप पिलाकर शिशु संरक्षण माह का किया शुभारंभ

जिले में छह माह से पांच वर्ष तक के एक लाख 27 हजार बच्चों को विटामिन ए और नौ माह से पांच वर्ष के एक लाख 20 हजार बच्चों को पिलाया जाएगा आयरन – फोलिक एसिड सिरप

कोरबा 5 मार्च। मुख्यमंत्री अधोसंरचना एवं उन्नयन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं पाली तानाखार विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा और कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बच्चों को विटामिन ए की सिरप पिलाकर जिले में शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ किया। शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ कार्यक्रम पोड़ी उपरोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में विधायक श्री केरकेट्टा और कलेक्टर श्रीमती साहू ने बच्चों को विटामिन ए और आयरन फोलिक एसिड सिरप पिलाया तथा बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विधायक श्री केरकेट्टा ने कहा कि शिशु संरक्षण माह के दौरान दिए जा रहे विटामिन ए की सिरप बच्चों को अवश्य पिलाएं। इससे बच्चों में रतौंधी, श्वांस की समस्या, संक्रमण, बुखार तथा कुपोषण की संभावना कम हो जाती है। साथ ही आयरन फोलिक एसिड सिरप खून की कमी को दूर करने में भी सहायक होती है। श्री केरकेट्टा ने माताओं को महतारी के दूध सबले अच्छा की जानकारी देते हुए बच्चों को मां का ही दूध पिलाए जाने के लिए भी प्रेरित किया। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती साहू ने कहा कि सभी नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाएं। तथा छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को आयरन-फोलिक एसिड सिरप पिलाए, इससे बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। साथ ही बच्चों के विकास में भी सहायक होती है। इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संतोषी पेंड्रो, सीएमएचओ डॉ.बी.बी.बोडे, एसडीएम श्री कौशल प्रसाद तेंदुलकर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. कुमार पुष्पेश, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.दीपक सिंह सहित जनप्रतिनिधि और नागरिकगण मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है की जिले में आज से आठ अप्रैल 2022 तक शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के एक लाख 20 हजार 867 बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक दी जाएगी। साथ ही छह माह से पांच वर्ष तक के एक लाख 27 हजार 977 बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड सिरप पिलायी जाएगी। निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सभी बच्चों तक पहुंचने में मैदानी स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अभियान के अंतर्गत प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को नियमित टीकाकरण सत्रों में गर्भवती माताओं, बच्चों एवं टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को टीकाकृत कर नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। तथा छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को आयरन फोलिक एसिड सिरप पिलाकर सप्ताह में दो बार पिलाए जाने के लिए सिरप की बोतल हितग्राहियों को उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी माता-पिता से अपील की है कि वे अपने छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को सप्ताह में दो बार आयरन सिरप तथा नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को हर छह माह के अंतराल में विटामिन ‘ए’ की खुराक अवश्य दिलाएं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बोडे ने बताया की विटामिन-ए जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्वों का हिस्सा है, जो कि शरीर की कई प्रक्रियाओं के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक होता हैं। 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों को 6-6 माह के अंतराल में विटामिन-ए पिलाना चाहिए। विटामिन-ए त्वचा, हडियों और शरीर के अन्य कोशिकाओं को मजबूत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन-ए में एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होता हैं। विटामिन-ए आँखों की बीमारियो के खतरे को कम करता है और रतोंधी बीमारी से बचाता है। इसी तरह आयरन शरीर और मस्तिष्क दोनों में ऑक्सीजन सप्लाई करने में मदद करता है जिससे शरीर में शारीरिक और मानसिक ताकत आती है। शरीर में आयरन कम होने के कारण थकान और चिड़चिडापन महसूस होता है। एनीमिया से बचाने में आयरन मददगार होता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने के लिये भी आयरन आवश्यक है। शिशु संरक्षण माह के दौरान बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए उनका वजन लेकर अतिकुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया जा रहा है। कुपोषित बच्चा पाए जाने पर उसके पोषण स्तर में सुधार लाने हेतु आवश्यक सलाह दिया जा रहा है। साथ ही अति कुपोषित बच्चों को उपचार के लिए पोषण पुनर्वास केंद्रों में भी भेजा जाएगा

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