पत्रकार पर फर्जी मामला दर्ज, पत्रकारों ने ज्ञापन सौंपा

कोरबा 22 फ रवरी। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश में लगातार पत्रकारों पर हो रही एफआईआर सरकार के लिए आने वाले चुनाव में मुसीबत न बन जाये। चौथे स्तम्भ के साथ लगातार प्रदेश में पुलिस की गैर जिम्मेदाराना हरकत दिखाई दे रही है और हो सकता है भूपेश सरकार के खिलाफ भी कहीं साजिश हो रही हो कि भूपेश सरकार के खिलाफ पत्रकार दुष्प्रचार करें, जिससे सरकार को कमजोर किया जा सके क्योकि भूपेश बघेल पहले मुख्यमंत्री है जिन्होंने पत्रकार सुरक्षा कानून की बात की और उसे कानून बनाने पर भी कार्य किया।

छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जिसने पत्रकार सुरक्षा कानून का ड्राफ्ट बना लिया जिसे कानूनी प्रकिया में जल्द लाने का प्रयास कर रही है।अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक साहू और जिला महासचिव अरुण सांडे के नेतृत्व में पत्रकार साथियों ने बैकुंठपुर एसपी और पटना थाना प्रभारी को हटाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा के नाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री अभिषेक वर्मा को ज्ञापन सौंपा, जिसमे बताया गया कि कोरिया जिले के पत्रकार साथी रवि रंजन सिंह के द्वारा सोशल मीडिया में वायरल चैट को लेकर एक लेख प्रकाशित किया गया था जिसमें विभाग के कई कर्मचारियों के नाम सामने आए थे।

न्यूज़ प्रकाशन के बाद बैकुंठपुर पुलिस अधीक्षक की शह पर बिना जांच पड़ताल किये पत्रकार रवि रंजन सिंह के ऊपर फर्जी मामला दर्ज कर दिया गया और उनके निकट जनों को एक अपराधी की भाँति बिना किसी सर्च वारंट के तथा बिना दूसरे जिले के लोकल पुलिस एवं परिवार जनों को सूचना दिएए सूरजपुर जिले से पटना थाने में लाकर मारपीट की गईएजिसमे एक महिला एवं उसके 13 वर्षीय नाबालिग बच्चे को मानसिक एवं शारीरिक क्षति पहुंची है।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद शर्मा ने पत्रकार के ऊपर हुई गलत एफआईआर को तत्काल हटानेएपत्रकार की गिरफ्तारी रोकने के साथ पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी को भी तत्काल हटाने की मांग करते हुए बताया कि जो चौथे स्तभ्म का सम्मान नही करते है बल्कि उनसे द्वेष रखते हुए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे है जिसका अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ घोर विरोध एवं निंदा करता है। नही हटाये जाने की दिशा में प्रदेश के हर जिले में धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किया जायेगा। उसके बाद एक महाधरना रायपुर में किया जायेगा। अगर पुलिस प्रशासन इस तरह अपने निजी शत्रुता के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल करता है तो यह कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता।

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